Environment
- -महंत राजेंद्र दास बोले, पेड़ पौधे ही हरियाणा की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक पहचान
- -हरियाणा की हरियाली दिल्ली के प्रदूषण के कलंक को भी नियंत्रित कर रही
- -पेड़ पौधे ऑक्सीजन उत्पादन, वायु शुद्धिकरण और पर्यावरण संतुलन में कारगर
Environment : गुरुग्राम। पेड़-पौधों व वनस्पति की हरियाली के कारण हरि की पावन धरा बना था हरियाणा। यहां के वनों में ऋषि मुनियों ने घोर तपस्या की है। इन्हीं जंगलों में कपिल मुनि, जमदाग्नी, दुर्वासा, नितानंद महाराज व चोरंगीनाथ आदि ऋषियों के आश्रम व गुरुकुल होते थे। देवता व ऋषि मुनियों की तपोस्थली रहा है यहां के वन व वनस्पति। पौधारोपण से हरियाणा-एनसीआर का पुरातन वैभव पुनः लौट सकता है। पौधों से ही हरियाणा-एनसीआर ऑक्सीवन बनेगा। ये उद्गार सांगेहड़ा व डोभ में पौधारोपण करते हुए जटेला धाम के महंत राजेंद्र दास ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे ही हरियाणा की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक पहचान रहे हैं। हरियाणा की हरियाली दिल्ली के प्रदूषण के कलंक को भी नियंत्रित कर सकती है। पेड़ पौधे ऑक्सीजन उत्पादन, वायु शुद्धिकरण और पर्यावरण संतुलन में कारगर साबित हो सकते हैं। इससे स्वच्छ व हरा भरा परिवेश हम भारत माता को दे सकते हैं। इसके अलावा तुलसी, कैंम, खेजड़ी भी वायु की गुणवत्ता को सुधारते हैं।
जगह-जगह पौधे रोपे
इसी प्रकार डोभ में भी लोगों ने जगह-जगह पर पौधे रोपे। इस आयोजन के मुख्य आयोजनकर्ता धर्मवीर उर्फ नान्हा, संदीप सिंह, विजय पहलवान व अन्य स्कूल स्टाफजन रहे। वही सरिता खनगवाल बीईओ महम, जय भगवान बीईओ रोहतक इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे। इस कार्यक्रम में मनमोहन गोयल पूर्व पंच, प्रदीप सरपंच डोभ, संजय सरपंच बहुजमालपुर, रामजीवन सरपंच बनियानी, मास्टर आशीष, डोक्टर जब्बर, एसडीओ सतबीर, जयदेव पार्षद, डाॅ. मनीता दांगी,अनूप मङौदी जाटान, उमेद सिंह, जगबीर सिंह, रविंद्र बल्हारा, महावीर, महेंद्र पीटीआई व अजीत सिंह, चुन्नीलाल सरपंच सांगेहड़ा, बजरंग व हरिनारायण महाराज आदि उपस्थित रहे।
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