Pakistan spying :
- देवेंद्र के पाकिस्तानी से रुपयों के लेने-देन का भी शक
- युवक का फोन भी पुलिस ने एफएसएल जांच के लिए भेजा
- युवक के परिजनों और गांव के लोगों ने कुछ भी बोलने से किया इनकार
Pakistan हरिभूमि न्यूज. कैथल। स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट ने पाक के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार देवेंद्र सिंह के घर छापेमारी कर छानबीन की। पुलिस को आरोपित देवेंद्र के बैंक खातों में पाकिस्तान से रुपयों के लेनदेन का शक है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। एसपी आस्था मोदी ने उसकी गिरफ्तारी के बाद ही एसआईटी का गठन कर दिया था। इसमें एक डीएसपी, दो एसएचओ और स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट प्रभारी को शामिल किया था। इसमें डीएसपी एईसी गुरविंद्र सिंह, साइबर क्राइम थाना प्रभारी शुभ्रांशु व सिविल लाइन थाना साहिल और स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट प्रभारी रमेश शामिल हैं। शनिवार को एसआईटी ने देवेंद्र के घर में पहुंचकर जांच की। आरोपित युवक के परिजनों सहित गांव के अन्य लोगों ने कुछ भी बोलने से परहेज किया है।
इन धाराओं में केस दर्ज
साइबर थाना की पुलिस ने देवेंद्र पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 और पांच सीक्रेट ओफेंस के तहत केस दर्ज किया गया है। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कार्यों से संबंधित है। यह अलगाववाद, सशस्त्र विद्रोह या विध्वंसक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले कार्यों के आरोपियों के लिए लगाई जाती है, जबकि पांच सीक्रेट ओफेंस ऐसी धारा है, जिसमें किसी भी प्रकार की देश की प्रतिबंधित सामग्री को सार्वजनिक या देश हित के लिए न होने वाली गतिविधियों करने वाले आरोपियों पर लगाई जाती है।
आरोपी के तीन बैंक खाते
एसआईटी के अनुसार देवेंद्र के तीन अलग-अलग बैंक खाते हैं। इन्हीं खातों पर टीम की ओर से जांच की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस की ओर से एटीएम ट्रांजेक्शन की भी जांच जारी है। अभी पुलिस का कहना है कि आरोपित देवेंद्र की ओर से की जाने वाली अन्य गतिविधियों पर भी जांच की जा रही है। इस मामले में पूरी जांच के बाद रिमांड अवधि खत्म होने के बाद ही सही जानकारी सामने आ पाएगी।
हम जांच कर रहे
पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने कहा कि देवेंद्र के पाकिस्तान के जासूसी आरोप मामले में जांच जारी है। अभी युवक का रिमांड सोमवार को खत्म होना है और उसके मोबाइल का डाटा रिकवर करने के लिए एफएसएल जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी जानकारी प्राप्त हो पाएगी।