Haryana’s State Song
- -राज्यगीत’ के लेखक डॉ बालकिशन ने किया दावा, अन्य लेखक की रचना से नक़ल नहीं की
- -नकल का आरोप लगाने वाली लेखिका ने अपने गीत की जो हस्तलिखित प्रति प्रचारित की
Haryana’s State Song : चंडीगढ़। हरियाणा के ‘राज्यगीत’ के लेखक डॉ बालकिशन शर्मा ने दावा किया है कि सरकार द्वारा चयनित गीत उनकी स्वयं की मौलिक रचना है, उन्होंने किसी भी अन्य लेखक की रचना से नक़ल नहीं की है। यहां जारी बयान में डॉ शर्मा ने कहा है कि मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों ने जो दावा किया है कि उक्त राज्यगीत मैंने उनकी रचना की नक़ल की है, वह सरासर निराधार एवं बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा द्वारा समाचार पत्रों के माध्यम से लेखकों/कवियों/रचनाकारों से ‘राज्यगीत’ आमंत्रित किए गए थे, जिन्हें भेजने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर, 2021 थी। मैंने अपना राज्यगीत विभाग को ई-मेल द्वारा अंतिम तिथि से पूर्व ही भेज दिया था।
सात श्रेष्ठ गीतों में से एक
लेखक डॉ बालकिशन शर्मा का कहना है कि उनको गत 4 अगस्त, 2023 को कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा भेजे गए पत्र के माध्यम से सूचित किया गया कि मेरा गीत उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा चयनित सात श्रेष्ठ गीतों में से एक है। सातों गीतों को संगीतबद्ध कराने के पश्चात पुनः उच्च स्तरीय कमेटी ने उनमें से तीन गीतों का चयन किया। इन तीन गीतों में भी मेरा गीत शामिल था। ये तीनों गीत दिसम्बर, 2023 के विधानसभा-सत्र मे सुनाए गए तथा विधायक लक्ष्मण सिंह यादव की अध्यक्षता में किसी एक गीत को फाईनल करने के लिए कमेटी गठित की गई। मुझे समाचार-पत्रों के माध्यम से ही ज्ञात हुआ कि कई बैठकों के बाद कमेटी ने मेरा गीत फाईनल किया है।
यह बोले शर्मा
डॉ शर्मा ने कहा कि मेरे द्वारा लिखे राज्यगीत पर नकल का आरोप लगाने वाली लेखिका ने अपने गीत की जो हस्तलिखित प्रति प्रचारित की है उसमें लेखन की तिथि 29, जनवरी , 2024 दर्शायी है जबकि मेरा लिखा गीत 29 सितम्बर, 2021 से भी पहले का है। वह सन् 2024 में लिखे गीत की नकल कैसे हो सकता है, समझ से परे है।