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sgt university : ‘विकसित भारत’ में योगदान का निजी रोड मैप तैयार करेंगे छात्र : जस्टिस राजेश बिंदल

sgt university

  • नव संकल्पों के साथ एसजीटी विवि का दीक्षांत समारोह संपन्न
  • 120 स्वर्ण पदक विजेताओं में से 87 छात्राएं हैं

sgt university : गुरुग्राम। डिग्रियां लहराते, भविष्य के सपने सजाते छात्रों के विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के संकल्प के साथ देश की प्रतिष्ठित एसजीटी यूनिवर्सिटी के दो दिवसीय दीक्षांत समारोह का आज समापन हो गया। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस राजेश बिंदल, अपोलो विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एच. विनोद भट, हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. बसुथकर जगदीश्वर राव व इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, रेवाड़ी के कुलपति प्रो. डॉ. जय प्रकाश यादव के गरिमामयी संबोधन ने छात्रों में नए उत्साह का संचार किया तथा भविष्य में हर चुनौती का सामना करते हुए बुलंदियां छूने के लिए प्रेरित किया। रोल माडल बन कर एसजीटी यूनिवर्सिटी का नाम देश, दुनिया में रोशन करने की प्रतिज्ञा भी डिग्री पाने वाले छात्रों के दृढ़ संकल्प में प्रतिबिंबित हो रही थी।

एक यादगार समारोह

इस पूरे आयोजन में उत्साह और भावनात्मक माहौल देखने को मिला। छात्रों, अभिभावकों और अतिथियों ने विश्वविद्यालय की भव्यता और इस विशेष दिन को दिए गए विशेष महत्व की सराहना की। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के 11 वें दीक्षांत समारोह के पहले दिन देश के शिक्षा मंत्री 21 वीं सदी में भारत फिर विश्व गुरु बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को अपने लक्ष्यों तक पहुंचाने के लिए एसजीटी विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों के छात्रों को वैश्विक समाधान विकसित करने होंगे।
धर्मेंद्र प्रधान ने एसजीटी विश्वविद्यालय के स्नातकों द्वारा भारत की आर्थिक प्रगति में दिए जाने वाले योगदान पर चर्चा की और इस बात पर गर्व जताया कि 2025 की स्नातक कक्षा में 120 स्वर्ण पदक विजेताओं में से 87 छात्राएं हैं। शिक्षा मंत्री ने एसजीटी विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित ‘चांसलर लाइब्रेरी’ के उद्घाटन की भी सराहना की। समारोह के पहले दिन दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रोहन जेटली भी उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “आप सभी भविष्य में नीति निर्माता, सुधारक, उद्यमी और समाज के महत्वपूर्ण स्तंभ बनेंगे। याद रखें कि जीवन में सफलता केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों से नहीं बल्कि आपके आसपास के लोगों पर डाले गए सकारात्मक प्रभाव से मापी जाती है।” इस अवसर पर एसजीटी विश्वविद्यालय ने दो प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों, प्रसिद्ध गांधीवादी विद्वान, विचारक और नैतिक नेतृत्व व अहिंसा पर वैश्विक प्रेरणादायक वक्ता डा. शोभना राधाकृष्ण एवं प्रतिष्ठित विद्वान और मीडिया विशेषज्ञ डा.ए.सूर्य प्रकाश (पद्म भूषण) को मानद डॉक्टरेट (डी लिट) की उपाधि प्रदान की।

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