Fraud
- फर्जी डिग्री लेकर नौकरी ज्वाइन करने के आरोप
- उच्च शिक्षा विभाग ने प्राचार्यों से रिपोर्ट तलब की
- ये लेक्चरर अलग-अलग कॉलेजों में दे रहे सेवाएं
Fraud : चंडीगढ़। उच्च शिक्षा विभाग के तहत राजकीय महाविद्यालयों में काम करने वाले 292 एक्सटेंशन लेक्चरर्स की नौकरी पर खतरा मंडरा गया है। बताया जजा रहा है कि इनकी पीएचडी की डिग्रियां फर्जी विश्वविद्यालयों से हैं। सूत्रों का कहना है कि राजस्थान के तीन फर्जी निजी विश्वविद्यालयों चूरू ओपीजेएस यूनिवर्सिटी, सनराइज यूनिवर्सिटी, अलवर और सिंघानिया विवि झुंझुनू से पीएचडी की डिग्री लेने वालाे इन एक्सटेंशन लेक्चरर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है। पूर्व में भी इन्हें नोटिस जारी किए गए थे।
लेक्चरर्स से मांगा गया था उनका पक्ष
महाविद्यालयों के प्राचार्यों को एक्सटेंशन लेक्चरर्स से मिला जवाब रविवार शाम तक निदेशालय भेजने का निर्देश दिया गया था। हाल ही में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने राजस्थान के उक्त तीनों निजी विश्वविद्यालयों को नियमों की कसौटी पर खरा नहीं उतरने के कारण पांच साल के लिए प्रतिबंधित किया था।
क्यों न सेवाएं समाप्त कर दें
हरियाणा के उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक ने इन विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने वाले 292 एक्सटेंशन लेक्चरर्स को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों न आपकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएं? यह भी स्पष्टीकरण मांगा है कि क्या वे राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (एनईटी) मानदंड के तहत अर्हता प्राप्त करते हैं और उनको अदालती सुरक्षा प्राप्त तो नहीं है। यदि निर्धारित समय अवधि (डेडलाइन) तक जवाब नहीं दिया तो इनकी सेवा समाप्त कर दी जाएंगी।
कहां कितने लेक्चरर्स
शहर संख्या
-महेंद्रगढ़ 92
-गुरुग्राम 27
-भिवानी 24
-फरीदाबाद 21
-हिसार रेवाड़ी, करनाल, अंबाला, रोहतक, झज्जर, जींद, यमुनानगर, सोनीपत, फतेहाबाद, कैथल, नूंह, पलवल, पंचकूला कुरुक्षेत्र जैसे जिलों में भी ऐसे कई एक्सटेंशन लेक्चरर्स है।
इन पर भी तलवार
राजकीय महाविद्यालयों में 117 प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक और सहयोगी प्राध्यापकों पर भी खतरे की तलवार लटक रही है। सरकारी नौकरी में रहते हुए निजी विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने वाले प्राध्यापकों की डिग्रियां यूजीसी के मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। जांच पूरी होने तक इन इन्हें सीनियर स्केल, सेलेक्शन ग्रेड, पे बैंड 4, प्रोफेसर ग्रेड और पीएचडी इन्क्रीमेंट का लाभ नहीं मिल पाएगा।
यह मिलता है वेतन
-एक्सटेंशन लेक्चरर्स को नियमित सहायक और एसोसिएट प्रोफेसरों के बराबर 57,700 का मासिक वेतन मिलता है।
-चिरायु योजना के तहत सालाना पांच लाख तक मुफ्त उपचार, ग्रेच्युटी, मातृत्व लाभ और एक्सग्रेसिया का लाभ इन शिक्षकों को मिलेगा।