Patwari
- लगभग तीन घंटे तक चली रोष बैठक में जताई नाराजगी, लिए अहम निर्णय
- तीन दिन काले बिल्ले लगा कर करेंगे काम, आज डीसी को सौंपेंगे ज्ञापन
- अपने इलाके के अलावा दूसरे इलाके का काम नहीं करेंगे अब पटवारी
Patwari : जींद। प्रदेशभर के पटवारियों ने रविवार को जींद में अहम बैठक की और कई निर्णय लिए। बैठक में हरियाणा सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जारी की गई पटवारियों की सूची को असंवैधानिक, अमानवीय और मानसिक प्रताडऩा देने वाली करार दिया। हरियाणा पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष जयवीर चहल की अध्यक्षता में हुई बैठक में पटवारियों ने फैसला लिया कि वह अगले तीन दिन तक काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। सोमवार को प्रदेशभर में सभी जिला मुख्यालय पर उपायुक्तों को ज्ञापन सौंपेंगे। कोई भी पटवारी दूसरे इलाके का काम नहीं करेगा। वहीं, मुख्यमंत्री नायब सैनी ने रविवार भ्रष्ट पटवारियों की सूची पर बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा, सरकार जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रदेश में भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार की प्राथमिकता ईमानदारी और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। इस संदर्भ में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा की गई अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले की गहन जांच करवाई जाएगी और दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट में बहुत सी खामियां
हरियाणा पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष जयवीर चहल ने कहा कि यह रिपोर्ट किस एजेंसी ने तैयार की है, यह तो पता नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि इस रिपोर्ट में बहुत खामियां हैं। गुरुग्राम के देवेंद्र पटवारी और कैथल के ओमप्रकाश पटवारी के नाम भी इस सूची में दर्ज हैं, जबकि यह दोनों पटवारी स्वर्ग सिधार चुके हैं। इस रिपोर्ट में जो कार्यकाल दिखाया गया है वह भी काफी गलत है। इससे यह बात साबित होती है कि यह रिपोर्ट सही नहीं है। सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है और वह इसका स्वागत करते हैं। वह किसी भी भ्रष्ट पटवारी का समर्थन नहीं करते, लेकिन इसका अर्थ यह भी नहीं है कि सरकार पटवारियों को असंवैधानिक तरीके से मानसिक और मानवीय प्रताडऩा दे।
वकीलों से राय ले रहे पटवारी
चहल ने कहा कानूनी पहलुओं पर भी विचार किया जा रहा है। वकीलों से राय ली जा रही है। जो भी कानून सम्मत राय बनेगी उसी के अनुसार आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। मुख्यमंत्री द्वारा इस पत्र के लीक होने के मामले की जांच करवाई जाने की बात का स्वागत करते हुए कहा कि इस मामले में जो भी दोषी हो उसे सजा दी जानी चाहिए। कई जगह पटवारखाने नहीं हैं और पटवारी अपने स्तर पर कार्यालय चला रहे हैं। अब ऐसे पटवारी अपना सारा रिकार्ड ले जाकर तहसील में रखेंगे और जगह मिले या नहीं मिले, लेकिन तहसील से ही अपना कार्यालय चलाएंगे।
बैठक में 150 पटवारियों ने भाग लिया
पटवारखाने में हरियाणा पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन की तीन घंटे से ज्यादा समय तक बैठक चली। इस बैठक में प्रदेशभर से करीब 150 पटवारियों ने भाग लिया। बंद कमरे में हुई इस बैठक में पटवारियों ने अपनी भविष्य की रणनीति बनाई और उसके सभी पहलुओं पर विचार भी किया। इस बैठक में किसी भी बाहरी व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं दी गई।
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