Doctors
- -एमडी/एमएस/एमडीएस के रद किए गए शीत और ग्रीष्मकालीन अवकाश की समीक्षा की मांग
- -आरडीए के संयुक्त सचिव डॉ. हेमंत और डॉ. सरिता बोले, लगातार ड्यूटी करना पीजी डॉक्टर्स के फ़ैसले लेने की क्षमता को प्रभावित करता, मरीजों के उपचार पर भी नकारात्मक असर
Doctors : हिसार। यूडीएफ़ के हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित व्यास की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल ने स्नातकोत्तर छात्रों (एमडी/एमएस/एमडीएस) को रद किए गए शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन अवकाश की पुनः समीक्षा हेतु, यूडीएफ़ संगठन ने हिसार से विधायक सावित्री देवी जिंदल को ज्ञापन सौंपा और उन्हें पूर्ववत स्थिति में लागू करने का अनुरोध किया। उन्होंने पीजी डॉक्टर्स के मुद्दे पर सहमति जताते हुए, पत्र को स्वास्थ्य मंत्री को अग्रेषित कर दिया है। इस संबंध में पीजी डॉक्टर्स कुलपति यूएचएस रोहतक, डॉ एचके अग्रवाल से भी मिल चुके हैं। एनएमसी की नेशनल टास्क फ़ोर्स(एनटीएफ़) ने भी पीजी डॉक्टर्स के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए रोटेशन के आधार पर अवकाश देने का प्रावधान दिया है। आरडीए के संयुक्त सचिव डॉ हेमंत और डॉ सरिता ने बताया कि लगातार बिना अवकाश ड्यूटी करना पीजी डॉक्टर्स के फ़ैसले लेने की क्षमता को प्रभावित करता है, जिससे मरीजों के उपचार पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है। इस मौक़े पर अग्रोहा मेडिकल से डॉ. तृप्ति कपूर, डॉ. निखिल व अन्य मौजूद रहे।