Haryana
- दर्जन भर मांगें रखी कमेटी के सामने कहा संघर्ष जारी रखेंगे
- कमेटी के सामने किसानों ने कहा दिल्ली कूच की योजना उसी तरह से है, साथ ही संघर्ष जारी रहेगा
- किसान नेताओं ने फिर से केंद्र को सौंपी 12 सूत्रीय मांगें रखी
Haryana : चंडीगढ़। हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर पर गत फरवरी माह से सड़क पर बैठे किसानों की मांगों को लेकर गठित कमेटी के सदस्यों और किसान नेताओं के बीच में वार्ता की गई। उक्त वार्ता सोमवार को चंडीगढ़ हरियाणा निवास में की गई। बैठक की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित कमेटी अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह ने की और उन्होंने विस्तार से किसान नेताओं की बातचीत सुनी। किसान नेताओं ने फिर से केंद्र को सौंपी 12 सूत्रीय मांगें रखी। साथ ही सभी ने एक सुर में कहा कि जब तक उनकी मांगे पूर्ण होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। किसान नेताओं ने कहा कि उनका दिल्ली कूच करने की योजना और कार्यक्रम पहले से तय है । सूत्रों की मानें तो किसान नेता डल्लेवाल ने लोकसभा सत्र के दौरान भूख हड़ताल शुरू करने का ऐलान किया है।
किसान सहयोग करें, बार्डर खोलने को सरकार राजी
हरियाणा सरकार के अफसरों ने बैठक में कहा कि वह बॉर्डर खोलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, पर किसान नेता दिल्ली कूच करने की बात से पीछे हट जाएं। किसान नेताओं ने हरियाणा सरकार की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी मांगें पूरी नहीं होती और बार्डर खोला जाता है तो वह दिल्ली कूच जरूर करेंगे। बैठक में पंजाब सरकार के अफसरों ने केंद्र सरकार से पहले की तरह मध्यस्थता करने की बात कही। दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले किसान संगठनों की केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ कई दौर की वार्ता हुई थी लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ सकी थी। लिहाजा लोकसभा चुनाव में तीसरी बार एनडीए सरकार आने और अब हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने से मामला अलग हो गया है।
सरवन पंधेर नहीं आए
बैठक के दौरान किसान आंदोलन में सक्रिय और प्रमुख चेहरा रहे किसान नेता सरवन पंधेर नहीं आए लेकिन डल्लेवाल ग्रुप के कई नेता बातचीत के लिए मौजूद रहे। यह भी बताया जा रहा है कि वार्ता को लेकर पहले ही पंधेर ने मना कर दिया था। लेकिन जगजीत डल्लेवाल की सेहत ठीक नहीं होने के कारण शामिल नहीं हुए। किसान संगठनों के साथ बैठक में हरियाणा डीजीपी शत्रुजीत कपूर और गृह विभाग सचिव रेणू फुलिया, अंबाला आईजी सिबास कविराज, अंबाला एसपी. सुरेंद्र भौरिया, पंजाब गृह सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह और डीजीपी गौरव यादव सहित दोनों राज्यों के कई अफसर शामिल थे।
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