Sonipat
- दंपति गरीब है और नवजात बच्ची की बीमारी का खर्च उठाने में असमर्थ है
- पोस्ट वायरल होने पर सीडब्ल्यूसी की टीम ने संज्ञान लेकर बच्ची को संरक्षण में लिया
Sonipat : गोहाना। शहर में एक दंपती ने अपनी नवजात बच्ची को गोद देने के लिए इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डाल दी। दंपती गरीब है और नवजात बच्ची की बीमारी का खर्च उठाने में असमर्थ है। निजी अस्पताल में उपचार का काफी बिल बन गया। पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने पर सीडब्ल्यूसी की टीम ने संज्ञान लिया और पुलिस के साथ मौके पर पहुंची। टीम ने बच्ची को अपने संरक्षण में लिया और उसे उपचार के लिए पीजीआइ रोहतक भिजवाया। कानूनी प्रक्रिया के तहत ही बच्ची को गोद दिया जाएगा। शहर में रहने वाली एक महिला ने 12 अक्टूबर को जन्म दिया था। उसका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। बच्ची को जन्म से ही सांस की बीमारी हो गई। उसकी तबीयत बिगडऩे पर उसे प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कर दिया। वहां उसके उपचार का लगभग 75 हजार रुपये का बिल बन गया।
उपचार कराने में असमर्थ
इसके बाद दंपती ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डाली कि वह गरीबी के चलते बच्ची का उपचार कराने में असमर्थ है और गोद देना चाहते हैं। यह पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई। सीडब्ल्यूसी की टीम को इस बारे में पता लगा गया। सीडब्ल्यूसी की टीम पुलिस के साथ अस्पताल पहुंची और दंपती से बातचीत की गई। दंपती ने टीम से कहा कि वे आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते बच्ची का उपचार कराने में असमर्थ हैं और गोद देना चाहते हैं। इसके बाद टीम ने बच्ची को अपने संरक्षण में लिया और प्राथमिक उपचार के लिए नागरिक अस्पताल गोहाना लेकर गई। वहां से उसको बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल के लिए रेफर किया गया। वहां से भी उसको पीजीआइ रोहतक भेज दिया गया। सीडब्ल्यूसी के अधिकारियों के अनुसार बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार है। सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन अनीता शर्मा ने कहा कि बच्ची को ठीक होने के बाद विशिष्ट दत्तक ग्रहण समिति पंचकूला के पास भेजा जाएगा। इसके बाद कोई भी व्यक्ति कानूनी प्रक्रिया को अपनाकर बच्ची को गोद ले सकेगा।
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