Indochina
- डेमचोक और देपसांग प्वाइंट से दोनों सेनाओं ने टेंट और शेड उखाड़े
- गलवान जैसी झड़प टालने के लिए अलग-अलग दिन गश्त करेंगे
- एक-दूसरे को सूचनाएं भी देंगी दोनों देशों की सेनाएं
- गाड़ियां और उपकरण भी पीछे ले जाए जा रहे
- 29 अक्टूबर तक पूरी तरह पीछे हट जाएंगे सेना
- पेट्रोलिंग के लिए भी सीमित सैनिकों की संख्या होगी तय
Indochina : नई दिल्ली। भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और डेपसांग मैदानी क्षेत्रों में टकराव वाले बिंदुओं से सैनिकों की वापसी शुरू कर दी है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। कुछ दिन पहले दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास से सैनिकों की वापसी और गश्ती को लेकर समझौता हुआ था जो चार साल से अधिक समय से जारी गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।
इन बिंदुओं से हटने लगी सेना
सूत्रों ने कहा कि डेमचोक और डेपसांग मैदानी क्षेत्रों में टकराव वाले बिंदुओं से सैनिकों की वापसी शुरू हो गई है। जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच भीषण संघर्ष के बाद संबंधों में तनाव आ गया था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को कहा था कि पिछले कुछ सप्ताह में हुई बातचीत के बाद समझौते को अंतिम रूप दिया गया और इससे 2020 में सामने आए मुद्दों का समाधान निकलेगा।
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