Congress
- हुड्डा-सैलजा को बैठक में बुलाने की बात आयी तो नाराज राहुल बोले ‘जरूरत नहीं’
- कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के आवास पर बैठक में वेणुगोपाल, गहलोत और माकन रहे मौजूद
- राहुल बोले, बड़े नेताओं ने पर्सनल इंटरेस्ट को पार्टी से ऊपर रखा
Congress : नई दिल्ली। कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित हार के बाद गुरुवार को नई दिल्ली में पहली बार समीक्षा बैठक की। बैठक में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान और सांसद कुमारी सैलजा मौजूद नहीं थे। सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी इस कदर गुस्सा हैं कि वे फिलहाल हरियाणा कांग्रेस के किसी भी नेता को समीक्षा बैठक में देखना नहीं चाहते। यही कारण रहा कि इन तीनों नेताओं में से किसी को भी बैठक के लिए नहीं बुलाया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई बैठक में राहुल गांधी के अलावा केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, अजय माकन और हरियाणा विधानसभा चुनाव से विभिन्न जिम्मेदारियां संभाल रहे पार्टी के कुछ सचिव मौजूद रहे। हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ऑन लाइन मीटिंग से जुड़े।
ईवीएम समेत कई मुदों पर चर्चा
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि समीक्षा बैठक में ईवीएम के अलावा उन सभी मुद्दों पर चर्चा हुई जिनके चलते राज्य में पार्टी के हाथ से जीत फिसल गई। हुड्डा और सैलजा के आपसी मतभेदों ने सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया, इस बात पर बैठक में सभी नेता एकमत थे। राहुल की नारजगी इसी बात पर अधिक थी कि चुनाव में पार्टी को आगे बढ़ाने की बजाय मुख्यमंत्री बनने की होड़ और सोच ने बेड़ा गर्क कर दिया। बैठक में राहुल ने साफ तौर पर कहा है कि कुछ बड़े नेताओं ने पर्सनल इंटरेस्ट को पार्टी से ऊपर रखा है।
सीएम बनने की लड़ाई खुलकर सामने आई
बैठक में कहा गया कि हुड्डा और सैलजा ने पूरे चुनाव में एकजुटता दिखाने की रस्म अदायगी निभाना भी जरूरी नहीं समझा। दोनों नेता सार्वजनिक तौर पर और मीडिया में ऐसे बयान देते रहे जिससे कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम लोगों में आपसी फूट और सीएम बनने की लड़ाई खुलकर सामने आ गई। सूत्रों ने बताया कि समीक्षा बैठक में राहुल गांधी ने कड़े लहजे में कहा कि गुटबाजी हमारी हार की सबसे बड़ी वजह है। मौजूदा विधायकों की जमीनी रिपोर्ट परखे बिना सभी को टिकट देने पर भी बैठक में सवाल उठे। चुनाव में पार्टी के 15 विधायकों की हार को लेकर कहा गया कि कुछ ऐसे नाकारा विधायकों की टिकट काटे जाने की जरूरत थी, जिनकी कार्यप्रणाली, इगो और लोगों से दूरी रखने की प्रवृति से क्षेत्र में नाराजगी थी।
हार के कारण तलाशेगी कमेटी
सूत्रों के अनुसार बैठक में सभी ने माना कि हार की विस्तृत समीक्षा करने की जरूरत है। पार्टी जल्द ही हरियाणा चुनाव में हार के कारणों का पता लगाने के लिए एक कमेटी का गठन कर सकती है। कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद खड़गे और राहुल गांधी पार्टी के बड़े नेताओं के साथ मंथन करेंगे, ऐसी चर्चा है। हार का कारण बने बड़े नेताओं से कोई जवाब तलबी होगी या नहीं, इस पर कांग्रेस में कोई वरिष्ठ नेता कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
कई बातों पर चर्चा हुई : माकन
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि हमने हरियाणा चुनाव नतीजों पर समीक्षा बैठक की। चुनाव नतीजे अप्रत्याशित थे। नतीजों में जमीन आसमान का फर्क था। एग्जिट पोल और वास्तविक नतीजों में बहुत अंतर था। हमने तय कर लिया है कि हम आगे क्या करेंगे।
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