Pgims
- पीड़ित बोली, उसे पीजीआईएमएस से अगवा कर अंबाला व चंडीगढ़ ले गया व प्रताड़ित किया
- लड़की के बयान और जांच मे यौन उत्पीडन का मामला अभी तक नहीं आया सामने
- आरोपित डॉक्टर व पीड़ित छात्रा कई महीनों से एक दूसरे को हैं जानते
- हर पहलू को ध्यान में रखते हुए की जा रही है उच्च स्तरीय जांच
Pgims : रोहतक। रोहतक पुलिस ने मेडिकल की छात्रा के साथ मारपीट करने के मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है। मामले में हर पहलू को ध्यान में रखते हुए उच्च स्तरीय जांच की जा रही हैं। उप पुलिस अधीक्षक रोहतक विरेन्द्र सिंह ने बताया कि पीजीआईएमएस बीडीएस की छात्रा ने कल रात के समय मारपीट करने बारे शिकायत दी। छात्रा ने अपने सीनिय डॉक्टर मनिंद्र कौशिक पर प्रताड़ना और मारपीट के आरोप लगाए हैं। पुलिस टीम व पीजीआईएमएस के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौक़े पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत मामले मे संज्ञान लेते आरोपी डॉ मनिंदर कौशिक के ख़िलाफ़ पीजीआईएमएस थाना में एफ़आइआर दर्ज की गई। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। छात्रा के परिजनों व लिगल एंड अधिवक्ता के सामने छात्रा की काउंसलिंग कराई गई। छात्रा का मेडिकल परीक्षण करवाया गया। मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता छात्रा के कथन अंकित कराए गए। शिकायत में लड़की ने बताया कि युवक उसे पीजीआईएमएस से अगवा कर अंबाला व चंडीगढ़ ले गया व प्रताड़ित व मारपीट की।
बीडीएस कर रही छात्रा
प्रारम्भिक जांच में सामने आया कि पीड़िता छात्रा व आरोपी डॉक्टर दोनों पीजीआईएमएस से संबंध रखते है। पीड़ित छात्रा बीडीएस की पढ़ाई कर रही है जबकि आरोपी डॉक्टर एनाटोमी पढ़ाता है। क़रीब पाँच छह महीनों से दोनों एक दूसरे को जानते है। लड़की के ब्यान व जाँच में अभी तक यौन उत्पीड़न का कोई मामला सामने नहीं आया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए छापेमारी कर आरोपी डॉक्टर को गिरफ़्तार किया गया। आरोपी को कल पेश अदालत किया जाएगा। मामले की गहनता से जाँच की जा रही है। पुलिस निरंतर लड़की व उसके परिजनों के संपर्क में हैं। पीड़िता छात्रा को हर संभव सहायता दी जा रही है।
एक्शन में स्वास्थ्य मंत्री
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने कहा है कि हमने इस मामले में त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपित को गिरफ़्तार कर लिया गया है। मैंने खुद पीजीआई वाइस चांसलर, डायरेक्टर और एसची से बात की है। डीजीपी से भी इस केस को लेकर चर्चा हुई है। आरोपित डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज से रेस्टिगेट कर दिया गया है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। मंत्री ने कहा कि बेटी का पूरा न्याय मिलेगा। उसे परेशान नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश में अपराध के लिए कोई स्थान नहीं हैं।
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