Haryana
विदेशों में अनुभव अर्जित कर लौटीं अलीज़ेह जाखड़ — अब भारत में महिलाओं और किसानों को दे रहीं नई दिशा
रोहतक (हरियाणा):
कभी विदेशों में योग, ध्यान और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने वाली अलीज़ेह जाखड़ आज भारत की मिट्टी से जुड़कर “आनन्दमय” नामक एक नई क्रांति का नेतृत्व कर रही हैं। उनका उद्देश्य है — हर महिला को स्वावलंबी बनाना, हर किसान को सम्मान दिलाना, और हर घर को आनन्दमय बनाना।
आचार्य नवीन और अलीज़ेह जाखड़ द्वारा स्थापित आनन्दमय वेदिक योगशाला प्राइवेट लिमिटेड का मुख्य कार्यालय रोहतक (हरियाणा) में स्थित है, जबकि इसका प्रमुख कार्यक्षेत्र अखेड़ी मदनपुर, झज्जर है — जहाँ यह संस्था ग्रामीण महिलाओं, किसानों और युवाओं को प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बना रही है।
अलीज़ेह जाखड़ का कहना है —
“हम चाहते हैं कि भारत की हर महिला अपने कार्य पर गर्व करे, अपनी पहचान बनाए और स्वस्थ, आनन्दमय जीवन जिए। आनन्दमय उसी दिशा में एक प्रयास है।”
आनन्दमय के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएँ अब प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उत्पाद — जैसे देसी गाय का बिलौना घी, शहद, कोल्ड-प्रेस्ड तेल और वैदिक अनाज — तैयार कर रही हैं। संस्था इन उत्पादों को देश और विदेश के उपभोक्ताओं तक पहुँचाने में महिलाओं को प्रशिक्षण, तकनीकी सहयोग और उचित मूल्य दिला रही है।
अलीज़ेह जाखड़ का यह मिशन केवल व्यवसाय नहीं, बल्कि एक संवेदनशील सामाजिक अभियान है — जो महिला किसानों और ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता, आत्मविश्वास और सम्मानजनक पहचान दिला रहा है।


