• Wed. Jan 8th, 2025

RSS : हिंदू घटे नहीं, हिंदू बंटे नहीं : इंद्रेश

मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के नर्क से मुक्ति दिलवा कर सुर्खियों में आने वाली सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नाजिया इलाही खान को स्मृति चिन्ह भेंट करते सनातनी मूल्यों को समर्पित संस्था चेतना के अध्यक्ष व ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय कवि राजेश चेतन। साथ हैं आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार, राजीव तोशामवाल व अन्य।मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के नर्क से मुक्ति दिलवा कर सुर्खियों में आने वाली सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नाजिया इलाही खान को स्मृति चिन्ह भेंट करते सनातनी मूल्यों को समर्पित संस्था चेतना के अध्यक्ष व ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय कवि राजेश चेतन। साथ हैं आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार, राजीव तोशामवाल व अन्य।

RSS

  • संघ के सदस्य बोले, हिंदू समाज को अपनी जनसंख्या घटा कर गुलामी नहीं खरीदनी
  • हर हिन्दू दंपति के तीन से कम बच्चे नहीं होने चाहिए
  • संघ प्रमुख भागवत के संदेश को आगे बढ़ाया
  • कुरान की 26 आयतों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगी नाजिया खान

RSS : नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा है कि हिंदू समाज को अपनी जनसंख्या घटा कर गुलामी नहीं खरीदनी। हर हिन्दू दंपति के तीन से कम बच्चे नहीं होने चाहिए। संघ प्रमुख मोहन भागवत के संदेश को आगे बढ़ाते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि हमारा समृद्ध इतिहास फिर कह रहा है कि हम दुनिया की सरपरस्ती करें। हमें भारत को दंगा मुक्त, नफरत मुक्त और हिंसा मुक्त बनाना है। हिंदू घटे नहीं, हिंदू बंटे नहीं। इंद्रेश कुमार रोहिणी के क्राउन प्लाजा होटल में राष्ट्रभक्ति, भारतीय संस्कृति-संस्कार व सनातन मूल्यों को समर्पित संस्था चेतना की ओर से प्रख्यात समाज सेवी लाला ओमप्रकाश गोयल की स्मृति में आयोजित व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। इस भव्य एवं विचारोत्तेजक व्याख्यान का विषय था पहले देश-फिर शेष। कार्यक्रम में मंच संचालन कवि राजेश चेतन ने किया।

सनातनी व्यवस्था में ही बेटियां सुरक्षित : नाजिया

समारोह में सुप्रीम कोर्ट की नामी वकील, प्रखर प्रवक्ता और महिला अधिकारों के लिए संघर्ष की अलख जगाने वाली नाजिया इलाही खान मुख्य वक्ता रहीं। उन्होंने कहा कि सनातनी व्यवस्था में ही बेटियां सुरक्षित रह सकती हैं। तीन तलाक पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दमदार पैरवी कर मुस्लिम महिलाओं के लिए फरिश्ता बनी नाजिया इलाही ने कहा कि इस्लाम ने नारी को जहन्नुम के सिवाय कुछ नहीं दिया। मुस्लिम धर्म के ठेकेदार स्वयं कह रहे हैं निकाह एक कांट्रेक्ट मैरिज है। यानि मर्द का जब मन करे, तलाक लेकर नई लड़की के दैहिक शोषण के कांट्रेक्ट के लिए आजाद है। नाजिया इलाही ने कुरान के मंतव्यों की धज्जियां उड़ाते हुए 26 विवादित आयतों के बारे में विस्तार से बताया कि किस हद तक ये सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न कर रही हैं। नाजिया ने ऐलान किया कि अगले माह वह इन आयतों पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दायर करने जा रही हैं।

https://vartahr.com/rss-hindus-have-…-divided-indresh/

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *