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Oxy Forest : हरियाणा के हर जिले में 5 से 100 एकड़ में ‘ऑक्सी’ वन लगाएंगे

Oxy ForestOxy Forest : करनाल में कार्यक्रम को संबोधित करते सीएम नायब सैनी।

Oxy Forest

  1. करनाल में 75वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव का भव्य आयोजन
  2. सीएम ने की पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण रोकने के लिए दो योजनाएं लॉन्च
  3. वन मित्र योजना के तहत एक पेड़ लगाने व संरक्षण पर प्रति पेड़ 20 रुपये देंगे
  4. एक पेड़ मां के नाम योजना के तहत वन मित्र को प्रति पेड़ 10 रुपये दिए जाएंगे
  5. करनाल में आक्सी वन का उद्घाटन, लोगों ने एक साथ लगाए 20 हजार पौधे

 

Oxy Forest : मुख्यमंत्री नायब सिंह ने शनिवार को करनाल में आयोजित 75वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम में ऐलान किया कि अब प्रदेश के हर जिले में पर्यावरण संरक्षण के लिए 5 से 100 एकड़ जमीन पर ‘ऑक्सी’ वन लगाए जाएंगे। इस योजना की शुरूआत पहले हो चुकी है। वर्ष 2022-23 में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 22 ‘ऑक्सी’ वन स्थापित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही सीएम ने शनिवार को पर्यावरण संरक्षण एंव प्रदूषण से बचाव के लिए दो महत्वाकांक्षी योजनाएं लॉन्च की।

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Oxy Forest : करनाल में ऑक्सी वन के उद्घाटन अवसर पर पौधारोपण करते सीएम नायब सिंह सैनी।

पहली योजना : वन मित्र योजना के तहत वन मित्र गड्ढे खोदकर पौधे लगाने के साथ-साथ उसका संरक्षण भी करेंगे। ऐसे वन मित्रों को सरकार प्रति पेड़ 20 रुपये देगी।

दूसरी योजना: एक पेड़ मां के नाम योजना के तहत लोगों द्वारा लगाए गए पेड़ों को संरक्षण के लिए वन मित्रों को सौंपा जाएगा। इस काम के लिए सरकार वन मित्रों को प्रति पेड़ के हिसाब 10 रुपये देगी।

ऑक्सीजन देंगे ‘ऑक्सी’ वन

मुख्यमंत्री ने शनिवार को करनाल में स्थापित ‘ऑक्सी’ वन का उद्घाटन किया। 40 हेक्टयेटर क्षेत्र में स्थापित किए जा रहे इस ‘ऑक्सी’ वन का 5 जून 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिलान्यास किया था। ‘ऑक्सी’ वन में 9 प्रकार के वन विकसित किए जा रहे हैं। इसमें 10,000 पौधे पहले लगाए थे जो अब पेड़ बन रहे हैं। शनिवार को सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं, छात्रों और एनसीसी कैडेट्स द्वारा एक साथ 20,000 और पौधे लगाए गए हैं।

हर परिवार एक पेड़ जरूर लगाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान दौर में दुनिया में पर्यावरण प्रदूषण चिंता का विषय है। इस वर्ष हरियाणा में भी कई जिलों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस रहा, जिससे लोगों को परेशानी का सामान करना पड़ा। आसमान में प्रदूषण और धरती पर तापमान का निरंतर बढ़ना चिंता का विषय है। उन्होंने अपील की है कि हर परिवार कम से कम एक पेड़ जरूर लगाए। यह संकल्प भी लें कि अपने बच्चे के जन्म दिवस पर, विवाह की वर्षगांठ के अवसर पर या किसी खुशी के अवसर पर पेड़ लगाकर खुशी को यादगार बनाएं।

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प्रदेश में अब तक 22 ‘ऑक्सी’ वन तैयार

मुख्यमंत्री ने कोविड महामारी का उल्लेख करते हुए कहा कि कोविड महामारी हमें यह सीख दे गई थी कि इस धरती पर जीवन को बचाए रखने के लिए आक्सीजन सबसे महत्वपूर्ण है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए हर जिले में 5 से 100 एकड़ क्षेत्रफल पर ऑक्सीवन बनाने की योजना की शुरूआत की। वर्ष 2022-23 में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 22 ऑक्सीवन स्थापित किये गये हैं।

इन जिलों में लगेंगे ‘ऑक्सी’ वन

-पंचकूला में ऑक्सीवन स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है।

-गुरुग्राम, नूंह, रेवाड़ी वमहेन्द्रगढ़ में 22,425 हेक्टेयर क्षेत्र को किया गया सुरक्षित वन अधिसूचित।

-इसके संरक्षण पर 6 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। सरकार द्वारा धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिधि में स्थित 134 तीर्थों में पंचवटी वाटिका बनाने की शुरुआत की है। ये तीर्थ जिला कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल और पानीपत में हैं।

पेंशन भी दे रही सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए प्राणवायु देवता पेंशन योजना शुरू की है, जिसके तहत वृक्षों के रखरखाव के लिए 2750 रुपये प्रति वर्ष प्रति पेड़ पेंशन का प्रावधान किया है। वर्ष 2023-24 में इस योजना के तहत 3819 वृक्षों के संरक्षकों के खातों में 2750 रुपये प्रति वृक्ष के हिसाब से धनराशि डाली जा चुकी है। प्रदेश में ‘हर गांव पेड़ों की छांव, ‘पौधगिरी’ और ‘हर घर हरियाली’ जैसी योजनाएं भी चलाई जा रही हैं।

लगाए जा चुके 18 करोड़ पौधे

मुख्यमंत्री ने बताया कि हर साल की भांति इस साल भी लगभग डेढ़ करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है। अक्तूबर 2014 से अब तक प्रदेश में लगभग 18 करोड़ पौधे लगाये जा चुके हैं। वन विभाग द्वारा पहले से लगे हुए और हर वर्ष होने वाले पौधारोपण की जीओ टैंगिंग ड्रोन द्वारा नियमित मैंपिंग की जाएगी तथा 5 वर्ष तक हुई उनकी ग्रोथ पर नजर रखी जाएगी ताकि हरियाणा में वन क्षेत्र को बढ़ाया जा सके।

मोरनी क्षेत्र में औषधीय वन

सरकार ने औषधीय पौधों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए विभिन्न जिलों में हर्बल पार्क विकसित किए हैं। मोरनी में अंतरराष्ट्रीय स्तर का औषधीय वन स्थापित है। सोनीपत के मुरथल में 116 एकड़ व यमुनानगर के सढौरा में 11.25 एकड़ जमीन पर नगर वनों का विकास किया गया है। करनाल, पंचकूला, फरीदाबाद, गुरुग्राम तथा पलवल में नगर वन विकसित किए जा रहे हैं।

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