Delhi
- -बढ़ेगी नौसेना की समुद्री परिचालन क्षमता
- -आठ नौकाओं के निर्माण के लिए किया गया करार
- -विशाखापट्टनम की मैसर्स सेकॉन इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कर रही तैयार
Delhi : नई दिल्ली। मुंबई डॉकयार्ड में आयोजित एक समारोह में छठी मिसाइल और गोला बारूद नौका (एलएसएएम-12, यार्ड 80) नौसेना को सौंपी गई। इस बाबत आयोजित किए गए समारोह की अध्यक्षता नौसेना की पश्चिमी कमांड के मुख्यालय के मुख्य मरम्मत अधिकारी कमोडोर अभिरूप मजूमदार ने की। नौसेना ने बताया कि ऐसी कुल आठ नौकाओं के निर्माण के लिए विशाखापट्टनम की मैसर्स सेकॉन इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ किया गया एक समझौता इस साल 19 फरवरी 2024 को पूरा हो गया था। यह एक एमएसएमई शिपयार्ड है। इन नौकाओं के नौसेना के जंगी बेड़े में शामिल होने से उसकी परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी। क्योंकि इनकी मदद से बंदरगाह के किनारे और बाहरी बंदरगाहों पर भारतीय नौसेना के प्लेटफार्मों तक वस्तुओं, गोला बारूद के परिवहन, चढ़ने और उतरने में सुविधा होगी।
स्वदेशीकरण, आत्मनिर्भरता के ध्वजवाहक
नौसेना ने कहा कि नौकाओं का स्वदेशी रूप से डिजाइन करने के लिए एक भारतीय जहाज डिजाइनिंग फर्म से सहयोग लिया गया था। इसके अलावा बल की विज्ञान-तकनीकी प्रयोगशाला (विशाखापट्टनम) में इनका सफलतापूर्वक मॉडल तैयार किया गया। जिससे इनकी समुद्री योग्यता सुनिश्चित की जा सके। इस निर्माण कार्य को भारतीय नौवहन रजिस्टर (आईआरएस) के तय नियमों और विनियमों के तहत किया गया है। सातों नौकाएं केंद्र सरकार की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की पहल की गौरवशाली ध्वजवाहक हैं
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