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- -मृतक के परिजनों ने अपने बेटे के शव को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार से लगाई मदद की गुहार।
- -बीते करीब एक महीने के अंदर डलास में हुई किसी भारतीय की हत्या की दूसरी दर्दनाक घटना।
- -पूर्व में इलाके में ही भारतीय मूल के एक मोटल मैनेजर चंद्रमौली नागमल्लैया की कुल्हाड़ी से सिर काटने की एक घटना हुई थी।
नई दिल्ली।अमेरिका में भारतीयों के खिलाफ बढ़ते हिंसक आपराधिक मामलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी लोग कर्नाटक के रहने वाले भारतीय मूल के एक 50 वर्षीय मोटल मैनेजर चंद्रमौली नागमल्लैया की डलास में बेरहमी से सिर कलम करने की घटना को पूरी तरह से भूले भी नहीं थे कि अब एक बार फिर से डलास से ही एक और 28 वर्षीय युवा भारतीय छात्र चंद्रशेखर पोले की हत्या का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बीते शुक्रवार को एक अज्ञात बंदूकधारी ने डलास के एक गैस स्टेशन पर पोले की गोली मारकर हत्या कर दी थी। चंद्रशेखर मूलरूप से हैदराबाद के रहने वाले थे। भारत में अपनी डेंटल सर्जरी की स्नातक शिक्षा पूरी करने के बाद वह करीब दो साल पहले 2023 में उच्च-शिक्षा ग्रहण करने के लिए अमेरिका गए थे। मृतक के परिवार के सदस्यों ने अमेरिका से अपने बेटे की पार्थिव देह को वापस स्वदेश लाने के लिए केंद्र सरकार से मदद देने की मांग की है।
बीआरएस ने उठाया मामला
बीआरएस के विधायक और तेलंगाना में पूर्व मंत्री रहे टी.हरीश राव ने भी इस मामले का उठाया है। उन्होंने पार्टी के एक अन्य विधायक सुधीर रेड्डी के साथ मिलकर शनिवार को मृतक के परिजनों से हैदराबाद में उनके घर जाकर मुलाकात की है। साथ ही इस घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए पोले के शव को उनके गृहनगर वापस लेने के लिए सरकार से तेजी से कदम उठाने का अनुरोध किया है। एक एक्स पोस्ट में राव ने मृतक के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि अपने बेटे को लेकर यह देखना कि वो नई ऊंचाइयों को छुएगा। लेकिन अब वो इस दुनिया में नहीं है। यह देखना काफी हृदय विदारक है। बीआरएस की ओर से उन्होंने प्रदेश सरकार से भी यह आग्रह किया है कि वो चंद्रशेखर के शव को जल्द से जल्द अमेरिका से वापस लाने के लिए केंद्र सरकार से अपील करे।
गैस-स्टेशन में चल रही थी पार्ट-टाइम नौकरी
चंद्रशेखर पोले की अमेरिका में हाल ही में उच्च-शिक्षा पूरी हुई है। जिसके बाद वह डलास में ही एक गैस स्टेशन पर पार्ट टाइम काम कर रहा था और उसके साथ ही उसे अमेरिका में ही अपने लिए एक स्थायी नौकरी की भी तलाश थी। बताते चलें कि चंद्रशेखर से पहले डलास में की गई भारतवंशी चंद्रमौली नागमल्लैया की उनकी पत्नी और बेटे के सामने वाशिंग मशीन को लेकर हुए विवाद के बाद हत्या कर दी गई थी। आरोपी की पहचान आपराधिक रिकॉर्ड वाले सहकर्मी यार्डनिस कोबोस मार्टिनेज के रूप में हुई थी। इस घटना के सामने आने के बाद अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय ने काफी नाराजगी व्यक्त की थी। जिसके बाद खुद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सामने आए थे और उन्होंने चंद्रमौली के हत्यारे को किसी भी सूरत में न बख्शने की घोषणा की थी। इसके अलावा यह भी कहा था कि अमेरिका में ऐसे अवैध अप्रवासी अपराधियों के खिलाफ अब नरमी बरतने की समय-सीमा समाप्त हो चुकी है। मार्टिनेज पर प्रथम श्रेणी की हत्या का आरोप लगाकर कानून के तहत अधिकतम सजा दी जाएगी।