MLA Panwar
- 15 घंटे की पूछताछ के बाद विधायक को गुरुग्राम से किया था गिरफ्तार
- अंबाला की अदालत में पेश किया गया था, छह बार ईडी के सामने पेश हो चुके थे पंवार
- 25 करोड़ रुपये के धनशोधन से जुड़ा है मामला, जनवरी में भी हुई थी छापेमारी
MLA Panwar : सोनीपत विधानसभा के विधायक एवं कांग्रेस के प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी सुरेंद्र पंवार को शनिवार को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। करोड़ों रुपये के धनशोधन से जुड़े मामले में विधायक को आरोपित बनाया है। इस मामले में ईडी की टीम ने पहले विधायक से 15 घंटे तक पूछताछ की। विधायक को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर ईडी की टीम सुबह करीब 3 बजे उन्हें सोनीपत में उनके आवास पर लेकर आई। यहां से कुछ देर बाद विधायक को अंबाला ले जाया गया। जहां पर अदालत में पेश किया गया। अदालत में ईडी ने 14 दिन की हिरासत मांगी था, लेकिन अदालत ने 9 दिन की ईडी की हिरासत में भेजा है। अब वे 29 जुलाई तक ईडी की हिरासत में रहेंगे। दूसरी ओर इस मामले को सोनीपत सांसद एवं जिले के अन्य विधायकों ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया है। इनका कहना है कि विधायक के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, इसके बावजूद जानबूझ कर ईडी ने गिरफ्तारी की है। बता दें कि इस मामले में जनवरी से लेकर अब तक विधायक ईडी के सामने पांच बार पेश हो चुके थे।
जनवरी में भी हुई छापेमारी
ईडी की टीम ने 4 जनवरी को सोनीपत के सेक्टर-15 स्थित विधायक सुरेंद्र पंवार के आवास व अन्य ठिकानों पर छापा मारा था। छापे की वजह वर्ष 2013 में अवैध खनन मामले की जांच थी, इस मामले में करीब 25 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग का केस बनाया गया था। इस मामले में जिस कंपनी का शामिल होना पाया गया है, उसमें विधायक निदेशक रह चुके हैं। 4 जनवरी को छापा डालने के बाद ईडी ने विधायक के ठिकानों से कुछ रिकॉर्ड जब्त किया था, हालांकि उस समय विधायक को ईडी अपने साथ लेकर नहीं गई थी। इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि अवैध खनन मामले में ईडी को विधायक सुरेंद्र पंवार के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले हैं, लेकिन अब ईडी ने उनके खिलाफ पुख्ता सबूत होने का दावा अदालत में किया है।
कांग्रेस नेताओं में उबाल
कांग्रेसी विधायक सुरेंद्र पंवार की गिरफ्तारी को लेकर एक तरफ तो कांग्रेस नेताओं में उबाल है, वहीं, दूसरी ओर प्रदेशभर में इसकी चर्चा भी है। बेशक से ईडी इस मामले को धन शोधन से जुड़ा हुआ मामला करार दे रही है, लेकिन सोनीपत के कांग्रेसी इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बता रहे हैं। वैसे भी सुरेंद्र पंवार की पूर्व मुख्यमंत्री के साथ नजदीकियां जगजाहिर हैं। जिसके चलते सुरेंद्र पंवार की गिरफ्तारी को धर्मसिंह छौक्कर और राव दान सिंह की श्रेणी में खड़ा करते हुए करीबियों के जरिये पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना समझा जा रहा है। सुरेंद्र पंवार की गिरफ्तारी के बाद सांसद समेत कांग्रेसी विधायकों ने ईडी की कार्रवाई को द्वेषपूर्ण बताया है। उनका कहना है कि आगामी विधानसभा चुनाव में निश्चित हार सामने देख भारतीय जनता पार्टी बौखला गई है और जांच एजेंसियो के खुले दुरूपयोग पर उतर आई है। सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेन्द्र पंवार की ईडी द्वारा की गई आज गिरफ़्तारी इसका जीता-जागता उदाहरण है।
जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर उतर आई सरकार : कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी के सोनीपत से सांसद पंडित सतपाल ब्रह्मचारी, विधायक जगबीर मलिक, विधायक जयवीर बाल्मिकी, विधायक इंदुराज नरवाल ने संयुक्त बयान में आरोप लगाया कि हरियाणा के आगामी विधानसभा चुनाव में निश्चित हार सामने देख भारतीय जनता पार्टी बौखला गई है और जांच एजेंसियो के खुले दुरूपयोग पर उतर आई है। सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेन्द्र पंवार की ईडी द्वारा की गई आज गिरफ़्तारी इसका जीता-जागता उदाहरण है। उनका कहना है कि विधायक सुरेंद्र पंवार की गिरफ़्तारी और कांग्रेस विधायक राव दान सिंह के घर पर रेड का समय ये साबित करता है कि यह सब राजनीतिक विरोधियों को बेवजह डराने-धमकाने का कुत्सित प्रयास है।
2019 कविता जैन को हराकर बने विधायक
सुरेंद्र पंवार कांग्रेस में आने से पहले इनेलो में सक्रिय थे। साल 2014 में सुरेंद्र पंवार ने इनेलो की टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। जिसमें भाजपा की कविता जैन ने 56,832 मत प्राप्त कर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में सुरेंद्र पंवार ने 29 हजार 826 मतों के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया था। वहीं 2019 के विधानसभा चुनावों में सुरेंद्र पंवार कांग्रेस की टिकट पर मैदान में थे। इस चुनाव में सुरेंद्र पंवार ने भाजपा की कविता जैन को 32 हजार 861 मतों से शिकस्त दी थी। कविता जैन उस समय प्रदेश सरकार की मंत्री थी और उन्हें 46 हजार 493 प्राप्त हुए थे, जबकि सुरेंद्र पंवार को 79 हजार 354 मत मिले थे।
चुनाव से पहले प्रदेश में बीजेपी का ऑपरेशन लॉटस शुरू : आप
आम आदमी पार्टी के सोनीपत लोकसभा अध्यक्ष देवेन्द्र गौतम ने विपक्षी नेताओ पर ईडी द्वारा कारवाई को बीजेपी की नफरत भरी राजनीति करार दिया है। उनका कहना है कि बीजेपी की कठपुतली ईडी को बीजेपी नेताओं के दरवाज़े क्यूं नहीं दिखाई पड़ते जबकि खुद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री तक के तार भी खनन कारोबार से जुड़े हुए हैं। देवेन्द्र गौतम ने कहा की हरियाणा में भाजपा ने ऑपरेशन लॉटस शुरु किया हुआ है। चुनाव से ठीक पहले भाजपा सरकार सरकारी एजेंसियो का दुरूपयोग कर विपक्षी नेताओं पर रेड करवा कर अपनी नाकामी छुपाने पर लगी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता सब जानती है, चुनाव में इसका करारा जवाब देगी।
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