Iran attack
- लगातार 8 दिन से दोनों देशों के बीच जंग जारी
- इजराइल ने भी ईरान पर किए हमले, कई घायल
- इजराइल ने 60 से अधिक फाइटर जेट से मिसाइल निर्माण ठिकानों को निशाना बनाया
- ईरान ने भारत के लिए अपना एयर स्पेस खोला
- 1000 से अधिक छात्र वापस लौटेंगे
- इससे पहले 110 छात्र 19 जून को लौट चुके
Iran attack : तेल अवीव/तेहरान। इजराइल और ईरान ने शुक्रवार को एक दूसरे पर मिसाइलें दागीं। दूसरी तरफ, ईरान ने भारत के लिए अपना एयरस्पेस खोल दिया है। ऑपरेशन सिंधु के तहत भारत सरकार अगले दो दिनों के दौरान 3 स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट्स से करीब 1000 भारतीय छात्रों को रेस्क्यू कर भारत लाया जाएगा। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक ओर युद्ध में सैन्य भागीदारी पर विचार कर रहे हैं, जबकि दूसरी ओर संघर्ष रोकने के लिए नए कूटनीतिक प्रयास शुरू होते दिख रहे हैं। ट्रंप इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या ईरान के फोर्डो यूरेनियम संवर्धन संयंत्र पर हमला किया जाए जो एक पहाड़ के नीचे स्थित है। इसे व्यापक रूप से पहुंच से बाहर बताया जाता है, लेकिन अमेरिका के ‘बंकर बस्टर’ बम उसे नष्ट कर सकते हैं। ट्रंप ने कहा कि वह अगले दो सप्ताह के भीतर यह निर्णय लेंगे कि ईरान पर हमला करना है या नहीं। उन्हें अब भी इस बात की ‘पर्याप्त’ संभावना दिखती है कि वार्ता के माध्यम से ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका और इजराइल की मांगें पूरी हो सकती हैं।
ईरान से दिल्ली पहुंचेंगी तीन फ्लाइट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय छात्रों को लेकर एक फ्लाइट शुक्रवार रात और दो फ्लाइट्स शनिवार दोपहर तक भारत पहुंचेगी। इन फ्लाइट्स की व्यवस्था भारत सरकार ने की है। ये फ्लाइट्स ईरान के मशहद से उड़ान भरेंगी और दिल्ली में उतरेंगी। इसके जरिये करीब 1000 छात्रों को लाया जाएगा। इससे पहले 110 भारतीय छात्र 19 जून को ईरान से भारत पहुंचे थे। हालांकि, इन्हें लैंड बॉर्डर के रास्ते ईरान से निकाला गया था।
हमले रोकने के कूटनीतिक प्रयास जारी
हमले रोकने के कूटनीतिक प्रयास भी शुरू हो गए हैं। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के अपने समकक्षों तथा यूरोपीय संघ के शीर्ष राजनयिक के साथ बैठक के लिए जिनेवा जा रहे हैं। ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने व्हाइट हाउस में अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और दूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात की और ऐसे समझौते की संभावना पर चर्चा की, जिससे संघर्ष कम हो सकता है। जिनेवा के लिए उड़ान भरने से पहले अराघची ने ईरान के सरकारी टेलीविजन पर कहा कि उनका देश तब तक ‘किसी के साथ बातचीत नहीं करना चाहता’ जब तक कि इजराइल के हमले जारी रहेंगे। उन्होंने अमेरिका पर इजराइल का “साथी और सहयोगी” होने का भी आरोप लगाया।
ईरान ने दागे रॉकेट
शुक्रवार को सुबह ईरान ने इजराइल के बीर्शेबा शहर में माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के पास बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। इससे कई कारों में आग लग गई। आस-पास के घरों को भी नुकसान पहुंचा। ईरान ने गुरुवार को बीर्शेबा के एक अस्पताल पर मिसाइल दागी थी, जिसमें 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
इजराइल ने भी किए हमले
इजराइल ने कहा कि उसने शुक्रवार सुबह ईरान में हवाई हमले किए, जिसमें 60 से अधिक विमानों ने मिसाइलों के निर्माण से जुड़े औद्योगिक स्थलों को निशाना बनाया। उसने इन स्थानों के बारे में विस्तार से नहीं बताया है। इजराइल ने यह भी कहा कि उसने ईरान के रक्षा नवाचार और अनुसंधान संगठन के मुख्यालय को निशाना बनाया, जिसे फारसी में संक्षिप्त नाम एसपीएनडी के नाम से जाना जाता है।