Hissar airport
- अप्रैल के पहले सप्ताह में उड़ान सेवा शुरू होने की उम्मीद
- हिसार एयरपोर्ट से देश के बड़े शहरों के लिए शुरू होगी उड़ान सेवा
- जयपुर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, अयोध्या और जम्मू के लिए हवाई सेवाएं शुरू
Hissar airport : हिसार। इंतजार की घड़ियां खत्म हो गई है। महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट हिसार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने लाइसेंस जारी कर दिया है। उम्मीद की जा रही है कि हिसार एयरपोर्ट से अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में उड़ान सेवा शुरू हो जाएगी। इससे पहले उड़ान का शेड्यूल जारी किया जाएगा। बता दें कि उड़ान सेवा को लेकर प्रदेश सरकार का एलायंस एयर के साथ समझौता पहले ही हो चुका है। समझौते के अनुसार हिसार एयरपोर्ट से 5 शहरों जयपुर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, अयोध्या और जम्मू के लिए हवाई सेवाएं शुरू करने की योजना है। यहां बता दे कि तत्कालीन वित्त, राजस्व एवं नागरिक उड्डयन मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के कार्यकाल के दौरान हिसार के हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए वर्ष 2014 में काम शुरू हुआ था। उस समय एयरपोर्ट के पास 200 एकड़ जमीन थी। दो चरणों में इसमें 7 हजार एकड़ जमीन को जोड़ा गया। भाजपा सरकार में हिसार एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनाने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है।
28 फरवरी तक आपत्तियां दूर करने के दिए थे निर्देश
पिछले महीने 13 व 14 फरवरी को महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट हिसार को लाइसेंस जारी करने के लिए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ सिविल एविएशन (डीजीसीए) की टीम हिसार एयरपोर्ट का दौरा किया था और एयरपोर्ट से जुड़े दस्तावेज की गहनता से जांच की थी और तीन दिन एयरपोर्ट से जुड़े सभी मानकों की जांच रिपोर्ट बनाकर वापस लौट गई थी। इस दौरान टीम ने कुछ आपत्तियां भी लगाई थी और उन्हें 28 फरवरी से पहले दूर करने के निर्देश दिए थे।
वायुसेना के लड़ाकू विमान भी भर चुके उड़ान
उल्लेखनीय है कि हिसार एयरपोर्ट की हवाई पट्टी की पिछले माह 4 से 7 फरवरी तक एयरफोर्स की टीम ने उपयोग किया था। जिसमें वायुसेना के लड़ाकू जहाज यहां पर उतारे गए। वायुसेना के इन जहाजों ने तीन दिन तक यहां अभ्यास प्रशिक्षण किया। सिरसा से आई वायुसेना की टीमों ने यह अभ्यास किया था।
हिसार हवाई क्षेत्र बनाने का इतिहास
1965 में 194 एकड़ क्षेत्रफल में हिसार हवाई क्षेत्र बनना शुरू हुआ, जो 1967 में पूरा हुआ और उसी वर्ष यह चालू हो गया। 1970-71 में, दिल्ली-पटियाला-हिसार-दिल्ली मार्ग पर एक निजी तौर पर प्रबंधित हवाई सेवा शुरू की गई थी, जिसे वित्तीय व्यवहार्यता की कमी के कारण 6 महीने की अवधि के बाद समाप्त कर दिया गया था। वर्ष 1999 में, हिसार एविएशन क्लब का हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल एविएशन में विलय कर दिया गया था। हवाई अड्डे का प्रबंधन एचआईसीए द्वारा किया जाता था। यहां पर एयरो प्लेन उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता था।
क्या कहते हैं मंत्री
महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट हिसार एएआई से लाइसेंस मिल गया है। लाइसेंस मिलने के साथ ही जल्द ही हिसार एयरपोर्ट से देश की दूसरे बड़े शहरों के लिए उड़ान सेवा की शुरू की जाएगी। उड़ान से जुड़ी अन्य शेष औपचारिकताओं को भी पूरा किया जा रहा है।
-डॉ. कमल गुप्ता, पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री