Haryana Police :
- डीजीपी की अध्यक्षता में अधिकारियों की बैठक, दिए दिशा निर्देश
- अधिकारियों ने वीसी के माध्यम से लिया बैठक में हिस्सा
- हरियाणा पुलिस का नया संकल्प : प्रोएक्टिव पुलिसिंग, ‘फाइटिंग फिट और वर्किंग आर्डर (fighting fit & working order)’ की नीति
- हर थाना बनेगा विश्वास का प्रतीक, हर पुलिसकर्मी रहेगा सुरक्षित : डीजीपी ओ.पी. सिंह
- सेवा भी, सुरक्षा भी : हरियाणा पुलिस की कार्यशैली में बड़ा बदलाव
चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने पुलिस मुख्यालय में सभी पुलिस आयुक्तों पुलिस अधीक्षकों और थाना प्रभारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस की कार्यशैली पूरी तरह बदलेगी। पुलिस को अब प्रोएक्टिव, समाधान देने वाली, समन्वयित और जनता के हित में काम करने वाली बनना होगा। साथ ही पुलिसकर्मियों के रहने और काम करने की स्थिति में भी सुधार किया जाएगा। डीजीपी ने हरियाणा पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के अधिकारियों को आदेश दिए कि वे दो सप्ताह में सभी थानों और चौकियों की स्थिति में सुधार सुनिश्चित करें। रसोई, शौचालय, बिजली की वायरिंग और सुरक्षा व्यवस्था को ठीक किया जाए। उन्होंने कहा कि हर थाना साफ, सुरक्षित और व्यवस्थित दिखना चाहिए। इसके लिए इंजीनियरों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे हर थाना खुद जाकर देखें और रिपोर्ट दें। डीजीपी ने कहा कि जिले के सभी अधिकारी नियमित फील्ड विज़िट करें, पुलिसकर्मियों से बात करें और उनका मनोबल बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि जनता से अच्छा व्यवहार बहुत ज़रूरी है। पुलिसकर्मी “Please, Sorry, Thank You” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करें इससे पुलिस की छवि बेहतर होगी और जनता का भरोसा बढ़ेगा।
जनता की सुरक्षा के लिए फाइटिंग फिट और वर्किंग आर्डर
पुलिस को फाइटिंग फिट और वर्किंग ऑर्डर में रखना मेरा प्रमुख ध्येय है। ड्यूटी के दौरान गलती होना स्वाभाविक है, पर अनुशासनहीनता या बदमाशी किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं होगी।हरियाणा पुलिस 365 दिन, 24 घंटे जनता की सेवा में तत्पर है। पुलिसकर्मियों के कल्याण संबंधी उन्होंने निर्देश दिए कि शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों को नियमानुसार तुरंत मदद दी जाए। किसी काम में देरी न हो और हर 15 दिन में उनकी स्थिति की रिपोर्ट दी जाए। शहीदों के परिवार के काम रुकने नहीं चाहिए।
सहयोग से अपराध नियंत्रण
सभी थाना और चौकियां मिलकर काम करें और आस पास के क्षेत्र में अपराध कम करने के लिए साझा रणनीति बनाएं। हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक अर्शिंदर चावला को नए पुलिस सब-इंस्पेक्टरों को व्यावहारिक प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए गए, ताकि वे फिल्मी नहीं बल्कि वास्तविक पुलिसिंग सीखें।

