Haryana News
- स्वास्थ्य मंत्री बोली, पीपीपी मॉडल के तहत नो-नोड फार्मूला लागू होगा
- इससे ग्रामीण एवं दूरदराज के क्षेत्रों में भी विशेषज्ञ डॉक्टर्स की सेवाएं मिलेंगी
- एनेस्थीसिया, सर्जरी एवं रेडियोलॉजी के विशेषज्ञों को देनी होंगी सेवाएं
- स्त्री रोग एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भी उपलब्ध रहेंगे
- पहले चरण में हिसार, जींद, मेवात, सोनीपत और कैथल में नियम लागू
Haryana News : चंडीगढ़। प्रदेश सरकार ने हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ एवं सुलभ बनाने की दिशा में एक और क्रांतिकारी कदम उठाया है। शनिवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आरती सिंह राव ने बताया कि अब प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में ‘ऑन-कॉल’ प्रणाली के तहत विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे, ताकि गंभीर रोगियों को समय पर उपचार मिल सके। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के लिए पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत नो-नोड फार्मूला लागू किया जा रहा है। इसके तहत सरकार अस्पतालों में पीपीपी मोड पर निजी चिकित्सकों की सेवाएं मिल सकेंगी। इस पहल से ग्रामीण एवं दूरदराज के क्षेत्रों में भी विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी और मरीजों को समय पर बढ़िया इलाज मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सुलभ, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह केवल एक नीतिगत बदलाव ही नहीं, बल्कि यह लोगों पर केंद्रित सुधार है, जिसका उद्देश्य जीवन बचाना और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करना है।
इन पांच जिलों को होगा फायदा
सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टर ऑन-कॉल मरीजों को देखेंगे। स्त्री रोग और बाल रोग सहित एनेस्थीसिया, सर्जरी और रेडियोलॉजी जैसे मामलों के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि शुरुआती चरण में यह सेवा पांच जिलों हिसार, जींद, मेवात, सोनीपत और कैथल में उपलब्ध कराई जा रही है।
मरीजों को मिलेगी उच्च चिकित्सा सुविधा
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे बताया, यह एक पायलट प्रोजेक्ट है, जिसे बाद में पूरे प्रदेश में विस्तारित किया जाएगा। इस योजना से न केवल मरीजों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधा प्राप्त होगी, बल्कि जिला स्तर पर रेफरल सिस्टम की आवश्यकता भी कम होगी। प्रदेश सरकार का उद्देश्य हर नागरिक को समय पर, गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना है। यह नई पहल उसी दिशा में एक मजबूत और सकारात्मक प्रयास है।
स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना लक्ष्य
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा, यह पहल प्रौद्योगिकी, विकेंद्रीकरण और नवाचार के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के सरकार के व्यापक प्रयास का हिस्सा है. हमारी सरकार सुलभ, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह केवल एक नीतिगत बदलाव नहीं है, बल्कि यह लोगों पर केंद्रित सुधार है, जिसका उद्देश्य जीवन बचाना और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करना है।