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Haryana News : जमील की मौत पर बोला साकिर : आधा दर्जन लोगों ने जबरदस्ती रोका, फिर लाठी-डंडों से किया हमला

Byadmin

Oct 9, 2025 #haryana

Haryana News

  • साकिर ने बताया कि वह अपने चाचा जमीन के साथ किसी काम से पहाड़ी जा रहा था।्र
  • रास्ते में लठ्ठतों ने रोककर हम पर हमला किया और मैं किसी प्रकार से जान बचाकर भागा।्र
  • पुलिस ने अब दो को नामजद कर 2-3 अन्य के खिलाफ केस दर्ज जांच शुरू कर दी है।

नूंह। हरियाणा के नूंह में हरियाणा राजस्थान सीमा पर कथित गोतस्कर जमील की संदिग्ध मौत के मामले में अब पुलिस ने मृतक के भतीजे साकिर की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मानोता गांव के पास राजस्थान बार्डर पर संदिग्ध परिस्थितियों में लुहिंगा कलां निवासी 50 वर्षीय जमील की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। साकिर के सामने आने के बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है। जिससे इस मामले में बना गतिरोध अब खत्म हो गया है।

लूट के इरादे से रोककर की पिटाई

गांव लुहिंगा निवासी साकिर ने बताया कि वह अपने चाचा जमील के साथ सुबह किसी काम से अपने चाचा जमील के साथ किसी जरूरी काम से पहाड़ी जा रहे थे। बुधवार सुबह सात बजे मानोता गांव में के पास नटवर निवासी श्यामदीका व 2 – 3 अन्य अज्ञात व्यक्ति लाठी डंडें लहराते हुए हमारे सामने आए और पीछाकर जबरन गाड़ी को रोक लिया। फिर आरोपियों ने लूटने का विरोध किया तो आरोपियों ने पिटाई शुरू कर दी।
किसी प्रकार जान बचाकर भागा
साकिर ने बताया कि आरोपी नटवर ने लोहे की रॉड से जमील की गर्दन पर प्रहार किया, जबकि मजलस ने लाठी से कंधे पर वार किया। इससे जमील जमीन पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोपियों ने पिटाई जारी रखी, लेकिन साकिर किसी तरह अपनी जान बचाकर मौके से भाग निकला।
मैं मजदूर हूं, गोतस्कर नहीं
साकिर ने बताया, ” हम न तो गोतस्कर हूं और न ही हम किसी अपराध में लिप्त नहीं थे, फिर भी इन लोगों ने हमें निशाना बनाया। मैं एक मजदूर हूं और कानून का पालन करने वाला व्यक्ति हूं। मेरे चाचा की मौत हो गई, जबकि हम सिर्फ रास्ते में गुजर रहे थे। पहाड़ी थाना पुलिस ने पीड़ित शाकिर की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जमील पर पहले भी कई केस, परिजन नाराज
मृतक जमील के परिजनों ने मुकदमा दर्ज करने में देरी पर नाराजगी जताई। इससे पहले पुलिस और ग्रामीणों के बीच गतिरोध बना रहा, लेकिन आखिरकार परिजनों की मांग मान ली गई। परिजनों की एक और शर्त थी कि शव का पोस्टमार्टम बोर्ड की निगरानी में हो, जो पूरा कर लिया गया। शव परिजनों को सौंप दिया गया है। राजस्थान पुलिस का दावा है कि जमील को नाकाबंदी के दौरान प्रतिबंधित मवेशी तस्करी के संदेह में हिरासत में लिया गया था। उसके खिलाफ पहले से कई कसे दर्ज हैं और वह जेल भी जा चुका था। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने एक स्थानीय निवासी को हत्या में शामिल किया और खुद के लोगों को बचाने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि बॉर्डर पर नाकाबंदी के नाम पर स्थानीय गुंडों को संरक्षण दिया जा रहा है। घटना के बाद बॉर्डर पर सैकड़ों ग्रामीण जमा हो गए थे, जिससे तनाव की स्थिति बन गई। अब मुकदमा दर्ज होने से मामला शांत हो गया है, लेकिन परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं। राजस्थान पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जांच निष्पक्ष होगी और सभी पहलुओं की पड़ताल की जाएगी।

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