Haryana News
- गांव खुडाना में इलेक्ट्रो होम्योपैथी के अस्पताल पर छापेमारी के विरोध में दिया ज्ञापन
- हरियाणा में इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता देने की मांग
- आरती राव बोलीं, क्लिनिक पर सीएम फ्लाइंग द्वारा की गई छापेमारी की जांच करवाई जाएगी
- हरियाणा में इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता देने के लिए फाइल दोबारा ओपन होगी
- जल्द इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल काउंसिल की टीम को चंडीगढ़ बुलाया जाएगा
Haryana News : महेंद्रगढ़। इलेक्ट्रो होम्योपैथी के चिकित्सकों ने शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव से उनके कार्यालय में पहुंचकर मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल काउंसिल के चेयरमैन डॉक्टर विनोद खनगवाल ने बताया कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी के चिकित्सकों ने दो दिन पहले महेंद्रगढ़ के गांव खुडाना में इलेक्ट्रो होम्योपैथी के अस्पताल पर की गई कार्रवाई के विरोध में और हरियाणा में इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता देने की मांग करते हुए स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपा है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने भी इलेक्ट्रो होम्योपैथी के चिकित्सकों को आश्वासन दिया कि खुडाना में शिवम अस्पताल एवं एलर्जी चर्म रोग क्लिनिक पर सीएम फ्लाइंग द्वारा की गई छापेमारी की जांच करवाई जाएगी। हरियाणा में इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता देने के लिए फाइल दोबारा ओपन करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल काउंसिल की टीम को चंडीगढ़ बुलाया जाएगा और मान्यता संबंधि दस्तावेजों की जांच परख कर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
प्रदेश में 20,000 डॉक्टर्स
इलेक्ट्रो होम्योपैथी के चिकित्सकों ने स्वास्थ्य मंत्री को दिए ज्ञापन में बताया कि हरियाणा में 20,000 से ज्यादा इलेक्ट्रो होम्योपैथी के चिकित्सक प्रैक्टिस कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार इलेक्ट्रो होम्योपैथी के रिसर्च, प्रैक्टिस एवं शिक्षा के लिए मान्य है। वह सन 2000 से पहले इसकी मान्यता के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वर्ष 2016 में संबंधित स्वास्थ्य मंत्री के आदेश अनुसार इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल काउंसलिंग का गठन किया है। तब से लगातार मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के साथ मुलाकात व पत्राचार का दौर जारी है। छह मार्च 2019 में इसकी मान्यता के लिए एक कमेटी भी गठित की गई थी, जिसकी कुछ मीटिंग भी हुई, परंतु कोरोना महामारी के समय संबंधित कुछ अधिकारियों के सेवानिवृत्त होने के कारण आगे की कार्रवाई नहीं पाई। हरियाणा विधानसभा में भी इलेक्ट्रो होम्योपैथी की मान्यता का मुद्दा कई बार उठा है।
राजस्थान सरकार दे चुकी मान्यता
वर्ष 2018 में राजस्थान सरकार इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता प्रदान कर चुकी है। अब 2024 की वर्तमान सरकार ने भी बजट सत्र में इसके लिए रिसर्च के 5 करोड़ रुपये की घोषणा की है। हमारे देश के वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी विभिन्न कार्यक्रमों में भी इलेक्ट्रो होम्योपैथी के प्रैक्टिस करने वालों की तारीफ की है। पित्त की थैली की पथरी का इलाज भी इलेक्ट्रो होम्योपैथी से हुआ है। महाराष्ट्र सरकार ने भी जुलाई 2024 में क्लीनिकल के माध्यम से प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन देने की घोषणा की है। अब हरियाणा सरकार भी विधानसभा में बिल लाकर इस पैथी को मान्यता दे। स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने भी आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार दस्तावेजों की जांच कर इस फाइल को दाेबारा खुलवाएगी और बिल लाकर मान्यता देने के प्रयास किए जाएंगे।