• Tue. Oct 14th, 2025

Haryana News : दो साल में कचरामुक्त होगा देश, कचरे और पराली से बनेंगी सड़कें

filter: 0; fileterIntensity: 0.0; filterMask: 0; captureOrientation: 0; algolist: 0; multi-frame: 1; brp_mask:0; brp_del_th:null; brp_del_sen:null; motionR: 0; delta:null; module: video;hw-remosaic: false;touch: (-1.0, -1.0);sceneMode: 0;cct_value: 0;AI_Scene: (-1, -1);aec_lux: 0.0;aec_lux_index: 0;albedo: ;confidence: ;motionLevel: -1;weatherinfo: weather?null, icon:null, weatherInfo:100;temperature: 40;

Haryana News

  • -डीआईसीटी में गडकरी ने किया इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी स्वैपिंग व चार्जिंग स्टेशन का शुभारंभ
  • -भारत का लगभग 25 लाख करोड़ रूपया बाहरी देशों से इंधन खरीदने में खर्च हो जाता है
  • – अगर हम वैकल्पिक ऊर्जा से इस रूपये की बचत करेंगे तो यह रूपये भारत के विकास में खर्च होगा

गन्नौर। केंद्रीय सडक परिवहन व राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने बुधवार को गांव पांची गुजरान स्थित दिल्ली इंटरनेशनल कार्गो टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड (डीआईसीटी) में पहुचंकर एनर्जी इन मोशन कंपनी द्वारा बनाए गए भारत के पहले वाणिज्यिक इलेक्ट्रिक ट्रक बैटरी स्वैपिंग एवं चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ केन्द्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी भी मौजूद रहे। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने एनर्जी इन मोशन कंपनी द्वारा की गई इस पहल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि भारत का लगभग 25 लाख करोड़ रूपया बाहरी देशों से इंधन खरीदने में खर्च हो जाता है। अगर हम वैकल्पिक ऊर्जा से इस रूपये की बचत करेंगे तो यह रूपये भारत के विकास में खर्च होगा और हम विकसित भारत के सपने को पूरा करने की दिशा में और अधिक तेजी से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि देश की लॉजिस्टिक कास्ट को कम करने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य दिसंबर 2026 तक इसे सिंगल डिजिट (9 प्रतिशत से कम) तक लाना है। इसके लिए हाईवे नेटवर्क को सुदृढ़ किया जा रहा है, जलमार्गों, रेल और सडक परिवहन के समन्वय से मल्टीमॉडल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है।

किसानों काे मिलेगा लाभ

उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक कास्ट कम होने से न केवल व्यापारियों और उद्योगपतियों को लाभ मिलेगा, बल्कि किसानों को भी उनके उत्पादों के परिवहन में कम लागत का फायदा मिलेगा। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विजन है कि भारत को अगले कुछ वर्षों में ग्रीन एनर्जी हब के रूप में स्थापित किया जाए। इसी कड़ी में कृषि आधारित ऊर्जा उत्पादन पर विशेष जोर दिया जा रहा है। हाल ही में सरकार ने मक्का से एथोनाल बनाने की अनुमति प्रदान की थी, जिसका परिणाम ये रहा कि बाजार में मक्का की डिमांड बढ़ गई और आज मक्के के दाम जहां पहले 1200 रूपये प्रति क्विंटल थे वे बढकर 2800 रूपये प्रति क्विंटल पहुंच गए। इस की इस पहल से उत्तरप्रदेश तथा बिहार के किसानों के जेब में मक्का की फसल बेचकर 45 हजार करोड़ रूपये पहुंचे। उन्होंने कहा किभाजपा सरकार विकास को जनसरोकार से जोडने में विश्वास रखती है। किसान, मजदूर, व्यापारी और युवा सभी इस परिवर्तन के साझेदार हैं। हमारा प्रयास है कि हर किसान के चेहरे पर समृद्धि की मुस्कान हो और हर गांव आत्मनिर्भर बने।

ग्रीन ग्रोथ इकोनामी बनाने में सहभागी बनें

उन्होंने सभी से अपील की कि वे जैव ईंधन, सौर ऊर्जा और हरित प्रौद्योगिकी के उपयोग को अपनाएं और भारत को ग्रीन ग्रोथ इकोनामी बनाने में सहभागी बनें। गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार का लक्ष्य किसानों को अन्नदाता के साथ-साथ ऊर्जादाता बनाना है। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की असली शक्ति गांव और किसान में निहित है। अगर गांव समृद्ध होगा तो भारत अपने आप आत्मनिर्भर बन जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि आधारित उद्योगों, जैव ईंधन उत्पादन और वैकल्पिक ऊर्जा क्षेत्रों को नई दिशा दे रही है। उन्होंने बताया कि देशभर में एथेनॉल, बायो-सीएनजी, बायो-एलएनजी और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे प्रोजेक्ट्स पर तेजी से कार्य चल रहा है, जिससे किसानों को ऊर्जा उत्पादन का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।

बायो-फ्यूल तैयार करने की योजना लागू करेंगे

गन्ना, धान पराली और अन्य फसल अवशेषों से बायो-फ्यूल तैयार करने की योजना लागू की जा रही है। इससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि पराली जलाने जैसी समस्याओं का भी समाधान होगा। कार्यक्रम में केन्द्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि वर्ष 2047 तक देश को विकसित बनाने के संकल्प के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। देश में आज के समय भी रेल के साथ-साथ भारी समान को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के लिए भारी वाहनों की भागीदारी सबसे ’यादा है। इसलिए अगर नई तकनीकों की मदद से ऐसे भारी वाहनों का निर्माण करें जो डीजल से नहीं बायो फ्यूल से चलते तो इससे लाजिस्टिक कास्ट में तो कमी आएगी ही बल्कि प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी। उन्होंने का कहा कि दुनिया का भविष्य डीजल-पेट्रोल की बजाय बायोफ्यूल ईधन का है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक ड्राइव क्रांति इन इनोवेटिव व्हीकल एन्हांसमेंट (पीएम ई-ड्राइव) योजना को लागू किया, जिसका उद्देश्य विभिन्न श्रेणियों में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को अपनाने में तेजी लाना, मजबूत ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचे का निर्माण करना और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप एक मजबूत घरेलू ईवी विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना है।

देश में मेक इन इंडिया पर विशेष बल

देश में मेक इन इंडिया पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि देश आत्मनिर्भर बन सके। इस मौके पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली, विधायक देवेन्द्र कादियान, विधायक निखिल मदान, पूर्व सांसद रमेश कौशिक, पूर्व विधायक निर्मल चौधरी, मेयर राजीव जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक भारद्वाज, एसडीएम प्रवेश कादियान, भाजपा वरिष्ठ नेता देवेंद्र कौशिक, आजाद नेहरा, प्रदीप सांगवान, पूर्व जिलाध्यक्ष तीर्थ राणा व जसबीर दोदवा, तरूण देवीदास, एनर्जी इन मोशन कंपनी के एमडी नरेन्द्र मुरूकुंबी, डॉ. विद्या मुरूकुंबी, जेएम बक्शी ग्रुप के एमडी ध्रुव कोटक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *