GST
- देशभर में लागू हुई जीएसटी की नई दरें, आयकर व जीएसटी छूट से नागरिकों की जेब में करीब ढाई लाख करोड़ रुपया जाएगा
- पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी सुधार से कारोबार और निवेश दोनों आसान होंगे। यह बदलाव भारत की ग्रोथ स्टोरी को आगे बढ़ाएगा
- पीएम नरेंद्र मोदी का जीएसटी रिफॉर्म पर देश के नाम संबोधन… रविवार शाम 5 बजे से करीब 20 मिनट का रहा संबोधन
- इस सुधार के साथ ही देश में जीएसटी बचत उत्सव शुरू होगा
- त्योहारों के इस मौसम में इस बचत उत्सव से लोगों के चेहरे पर मुस्कान आएगी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम 5 बजे देश को संबोधित किया। उन्होंने नवराित्र के पहले से लागू होने वाले नेक्सट जेनरेशन जीएसटी सुधारों का विवरण साझा किया। उन्होंने इसे ‘नागरिक देवो भवः’ के मंत्र के साथ देश की समृद्धि और आर्थिक वृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। साथ ही यह भी बताया कि यह सुधार देश के हर नागरिक के लिए आसान और लाभकारी होंगे, जिससे मध्यम वर्ग, गरीब, व्यापारी और उपभोक्ता सभी को फायदा मिलेगा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि दुकानदार भाई-बहन जीएसटी सुधार को लेकर उत्साह में है। वे इसके फायदों को ग्राहकों को पहुंचाने में जुटे हैं। यह कदम नागरिकों के जीवन में सरलता और बचत लाएगा। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि पिछले 11 वर्षों में लगभग 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को मात दी है और नए मिडिल क्लास समूह ने देश की अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाई है। सरकार ने इस साल 12 लाख रुपए तक की आय पर टैक्स को शून्य कर दिया है, जिससे मध्यम वर्ग के लिए काफी राहत मिली है। अब जीएसटी में कमी के कारण घर, वाहन और यात्रा पर खर्च कम होगा और नागरिकों के सपनों को पूरा करना आसान होगा। दोनों कर राहत से करीब ढाई लाख करोड़ रुपया नागरिकों की जेब में आएगा। यानि, यह डबल बोनांजा होगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि ये सुधार 22 सितंबर, नवरात्रि के पहले दिन सूर्योदय के साथ लागू होंगे। पीएम ने सभी नागरिकों को इस सुधार के लाभ लेने और खरीदारी को आसान बनाने का संदेश दिया। उन्होंने इसे देश के विकास और आर्थिक समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया।
व्यापार और निवेश को बढ़ावा
पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी सुधार से कारोबार और निवेश दोनों आसान होंगे। यह बदलाव भारत की ग्रोथ स्टोरी को आगे बढ़ाएगा। इस दौरान उन्होंने याद दिलाया कि 2017 में जीएसटी लागू होने के समय देश में दर्जनों अलग-अलग टैक्स थे, जैसे कि एंट्री टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्साइज, वैट, सर्विस टैक्स आदि। नए सुधार इन जालों को सरल बनाएंगे और व्यापारियों को राहत देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि नए जीएसटी सुधारों से गरीब, मध्यम वर्ग, न्यू मिडिल क्लास, युवा, किसान,
महिलाएं, दुकानदार और व्यापारी सभी को लाभ मिलेगा। त्योहारों के इस मौसम में इस बचत उत्सव से लोगों के चेहरे पर मुस्कान आएगी। होटल, यात्रा, वाहन और सामान की खरीद पर कम जीएसटी होने से आम जनता की जेब पर बोझ कम होगा।
हमें देश के घरों को स्वदेशी का प्रतीक बनाना है
मोदी ने कहा कि आज जाने-अनजाने में हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत सी विदेशी चीजें जुड़ गई हैं। हमारी जेब में कंघी देशी है कि विदेशी है, हमें पता ही नहीं। अब हमें इससे मुक्ति पानी होगी। हमें वो चीजें खरीदनी होंगी जो भारत में बनी हो, जिसमें हमारे देश के बेटे-बेटियों का पसीना हो, हमें देश के घरों को स्वदेशी का प्रतीक बनाना है। गर्व से कहो कि मैं स्वदेशी खरीदता हूं, मैं स्वदेशी सामान की बिक्री भी करता हूं। ये हर भारतीय का मिजाज बनना चाहिए। जब ये होगा तो भारत तेजी से विकसित होगा। मेरा आज सभी राज्य सरकारों से भी आग्रह है कि आत्मनिर्भर भारत के इस अभियान के साथ, स्वदेशी के इस अभियान के साथ अपने राज्यों में उत्पादन को गति दें। अब हमें आत्मनिर्भरता के मंत्र के साथ आगे बढ़ना होगा। जो देश के लोगों की जरूरत है, जो हम देश में बना सकते हैं, वो हमे देश में ही बनाना चाहिए।
एमएसएमई, चाहे लघु हों या सूक्ष्म या कुटीर उद्योग इनसे ज्यादा अपेक्षाएं
जीएसटी की दरें कम होने से नियम और प्रक्रियाएं और आसान बनने से हमारे एमएसएमई, हमारे लघु, कुटीर उद्योगों को बहुत फायदा होगा। उनकी बिक्री बढ़ेगी और टैक्स भी कम देना पड़ेगा। यानी उनको भी डबल फायदा होगा। इसलिए आज मेरी एमएसएमई से, चाहे लघु हों या सूक्ष्म या कुटीर, आप सबसे बहुत अपेक्षाएं हैं। आपको भी पता है कि जब भारत समृद्धि के शिखर पर था, तब अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार हमारे लघु-कुटीर उद्योग थे। भारत की मैन्युफैक्चरिंग और क्वालिटी बेहतर होती थी। हमें उस गौरव को वापस पाना है। जो हमारे उद्योग बनाएं वो दुनिया में उत्तम से उत्तम हों। जो हम बनाएं वो दुनिया में बेस्ट के पैरामीटर को पार करने वाला हो। हमारे उत्पाद दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाएं।