Fraud
- सीबीआई ने की कार्रवाई, 1.08 करोड़ जब्त
- खुद को सरकारी अफसर बताकर की ठगी
- तीन आरोपितों के खिलाफ किया था आरोपपत्र दायर
- छह लैपटॉप, आठ मोबाइल एवं एक आईपैड जब्त
Fraud : . नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने स्वयं को सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को ठगने के आरोप में कथित साइबर अपराधियों के खिलाफ दिल्ली और हरियाणा में 11 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान 1.08 करोड़ रुपये की नकद राशि जब्त की गई। अधिकारियों ने बताया कि दो साल पुराने मामले में शुक्रवार देर रात दिल्ली में नौ और हरियाणा के हिसार में दो स्थानों पर छापे मारे गए। सीबीआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि आरोपियों पर स्वयं को सरकारी अधिकारी बताकर अवैध गतिविधियां और क्रिप्टो धोखाधड़ी करने का आरोप है। प्रवक्ता ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘उन्हें भारत और अन्य देशों में लोगों को फर्जी तकनीकी सहायता परामर्श देकर और क्रिप्टोकरंसी के रूप में धन हस्तांतरित करने के लिए प्रेरित करके धोखा देते हुए पाया गया। इस धन को फिर कई क्रिप्टो वॉलेट के माध्यम से भेजकर नकदी में परिवर्तित किया गया।’
विदेशी मुद्रा और सोना मिला
एजेंसी ने मामले में तीन आरोपियों के खिलाफ पहले ही आरोपपत्र दाखिल कर दिया है।
इसने कहा, ‘सीबीआई ने छापेमारी के दौरान महत्वपूर्ण डिजिटल साक्ष्य एकत्र किए और छह लैपटॉप, आठ मोबाइल फोन एवं एक आईपैड जब्त किया। जांच में वीओआईपी-आधारित कॉल करने और ‘डार्कनेट’ तक पहुंचने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम का इस्तेमाल किए जाने का भी पता चला।’ इसके अतिरिक्त, सीबीआई ने 1.08 करोड़ रुपये नकद, 1,000 अमेरिकी डॉलर मूल्य की विदेशी मुद्रा और 252 ग्राम सोना जब्त किया।
इन धाराओं में केस
सीबीआई ने यह एक्शन पहले से दर्ज मामले में लिया है। यह मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (षड्यंत्र), सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66डी और 420 (धोखाधड़ी) के तहत दर्ज किया गया था।