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Fraud : हरियाणा में रह रहे बांग्लादेशी, फर्जी आधार कार्ड मिले, रेवाड़ी में 15 मामले सामने आए

रेवाड़ी। झुग्गियों में लोगों के पहचान पत्र चैक करती पुलिस।रेवाड़ी। झुग्गियों में लोगों के पहचान पत्र चैक करती पुलिस।

Fraud

  • दिल्ली में गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद एक्टिव हुई हरियाणा पुलिस
  • जांच के बाद बड़ी संख्या में सामने आ सकते हैं फर्जी आधार कार्ड
  • 12 जनवरी की जाएगी जांच, हरियाणा में चलेगा विशेष अभियान

 

Fraud : रेवाड़ी। अवैध तरीके से रहने वाले बांग्लादेशी और रोहिंग्या की पहचान करने के लिए शुरू किया गया अभियान अभी पूरा नहीं हुआ है, परंतु अभी तक की गई जांच में यह बात सामने आई है कि कई परिवार फर्जी आधार कार्ड के सहारे शहर व आसपास के एरिया में रह रहे हैं। अभी तक की जांच में 15 आधार कार्ड फर्जी पाए गए हैं। पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड मिलने के बाद जांच का दायरा बढ़ा दिया है। नए साल में 12 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान में दर्जनों बांग्लादेशियों के अवैध तरीके से रहने की बात सामने आ सकती है। ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी और निर्वासन की कार्रवाई के लिए पुलिस निर्धारित अवधि पूरी होने का इंतजार कर रही है। एडीजीपी सीआईडी के आदेशानुसार एसपी गौरव राजपुरोहित ने सभी चौकी व थाना प्रभारियों के साथ-साथ सीआईए इंचार्ज को भी बांग्लादेशी व रोहिंग्या की पहचान करने के आदेश जारी किए थे। इसके लिए डीएसपी डा. रविंद्र कुमार को नोडल आॅफिसर बनाया गया है। एसपी के आदेशों के बाद पुलिस की टीमों में झुग्गियों में रहने वाले लोगों की जांच शुरू की थी। इन लोगों ने खुद के भारतीय नागरिक होने का दावा करते हुए सबूत के तौर पर आधार कार्ड पेश किए थे। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच के दौरान पुलिस ने कई लोगों के आधार कार्ड जांच के लिए कब्जे में लिए थे। जांच के दौरान लगभग 15 आधार कार्ड फर्जी पाए गए हैं। फर्जी आधार कार्ड मिलने के बाद पुलिस भी अलर्ट हो गई है। अब पुलिस ने बचे हुए लोगों के आधार कार्ड भी कब्जे में लेकर उनकी जांच कराने का निर्णय लिया है। आगामी 12 जनवरी तक आधार कार्ड कब्जे में लेकर उनकी जांच कराने का कार्य किया जाएगा।

दिल्ली में खुलासे के बाद एक्टिव हुआ तंत्र

दिल्ली में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ होेने के बाद जिला पुलिस व खुफिया तंत्र और अधिक एक्टिव हो गया है। पहले जांच संदिग्ध किस्म के लोगों तक सीमित थी, परंतु अब जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार जिले में सैकड़ों परिवार झुग्गियां बनाकर या किराए के मकानों में रह रहे हैं, जिनकी भारतीय नागरिकता को लेकर संशय है। यह लोग आधार कार्ड के हिसाब से खुद को भारतीय नागरिक बता रहे हैं। वैध आधार कार्ड रखने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस भी कानूनन कोई एक्शन नहीं ले सकती।

आपराधिक वारदातों में लिप्त पाए जा रहे

झुग्गियों में रहने वाले अप्रवासी लोगों में काफी आपराधिक आपराधों में भी लिप्त पाए जा चुके हैं। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे लोग सामने आ चुके हैं, जो चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इसी मंगलवार को बावल पावर हाउस में भी चोरी की वारदात को अंजाम देने के आरोप में पुलिस ने भाड़ावास रोड पर बनी झुग्गियों में रहने वाले तीन महिलाओं सहित पांच लोगों को काबू किया है। नशा तस्करी के मामले में भी अप्रवासी नागरिकों की संलिप्तता पाई गई है।

समयावधि पूरी होंगे के बाद करेंगे खुलासा

शुरूआती जांच में झुग्गियों में रहने वाले कई लोगों के आधार कार्ड जांच में फर्जी पाए गए हैं। 12 जनवरी को अभियान पूरा होने के बाद इस बात का खुलासा किया जाएगा कि कितने लोग फर्जी आधार कार्ड से भारतीय नागरिक बनकर रह रहे हैं। जांच का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
-डा. रविंद्र कुमार, नोडल अफसर।

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