festival of lights
- शहर के मेन बाजार मोती चौक से गोकल गेट में देर शाम तक रही भारी भीड़
- चौराहों व सरकारी कार्यालयों में भी रंग-बिरंगी रोशनी छटा बिखेर रहे
- धनतेरस के पर्व पर शहर के सभी मुख्य बाजारों व शॉपिंग मॉल में लोगों की काफी भीड़ रही
रेवाड़ी। शनिवार को धनतेरस यानि धनवंतरी जयंती से पांच दिवसीय हिंदू महापर्व का शुरू हो गया। दीपावली के पर्व को लेकर शहर पूरी तरह रोशनी से जगमग हो चुका है। शहर के सभी मंदिरों को आकर्षक रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है, वहीं मकानों, चौराहों व सरकारी कार्यालयों में भी रंग-बिरंगी रोशनी छटा बिखेर रहे है। शनिवार को धनतेरस के पर्व पर शहर के सभी मुख्य बाजारों व शॉपिंग मॉल में लोगों की काफी भीड़ रही। लोगों ने धनतेरस पर जमकर खरीददारी की। धनतेरस पर ज्वेलर्स, रेडीमेड गारमेंटस, बर्तन शॉप, आॅटोमोबाइल व इलेक्ट्रानिक के शोरूम पर करोड़ों रुपये का कारोबार हुआ। त्योहारी सीजन में जिला पुलिस की ओर से सुरक्षा को लेकर व्यवस्था की गई, लेकिन भीड़ भरे बाजार में गलियों से स्कूल वाहन घुसने से जाम के हालात बने रहे। बाजार में खरीददारी करने आए लोगों को ज्यादा परेशानी टू-व्हीलर घुसने से उठानी पड़ी। पुलिस की ओर से कानोड गेट, झज्जर चौक, गोकल गेट, भाड़ावास गेट व मोती चौक पर बेरिकेडिंग करने के बावजूद सैकड़ों की संख्या में टू-व्हीलर लोगों की भीड़ में घुसते रहे, जिससे जाम लगने के कारण लोगों का निकलना मुश्किल हो गया।
दो सौ से अधिक गाडि़यां बिकीं
धनतेरस पर्व पर शहर की विभिन्न कार एजेंसियों से लगभग 200 गाडि़याें की बिक्री होने का अनुमान है। मारूति, टाटा और हुंडई जैसी कंपनियों के शोरूम पर सुबह से लेकर शाम तक ग्राहकों की भीड़ रही। शाम तक इन एजेंसियों से गाड़ियों की बिक्री होने का सिलसिला चल रहा था। जिन लोगों ने पहले से बुकिंग कराई हुई थी, वह सुबह ही गाडि़यां ले गए थे। कुछ लोग डिलीवरी लेने के लिए शुभ मुहुर्त का इंतजार करते रहे। इसके बाद ही गाडि़याें की डिलीवरी ली गई।
दोपहर बाद बढ़ी भीड़ से लगा जाम
धनतेरस पर बाजार में भीड़ के कारण पैर रखने की जगह तक नहीं रही। बाजार में पुलिस की ओर से पुख्ता प्रबंध किए गए। बाजार में चौपहिया वाहनों को प्रवेश रोकने के लिए बेरिकेडिंग की गई, लेकिन भीड़ में घुसे स्कूल वाहन व दोपहियां वाहनों ने लोगों की भीड़ के बीच में व्यवस्था बिगाड़े का काम किया। पुलिस को दिन भर जाम खुलवाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। दोपहर बाद बाजारों में लोगों की भीड़ व मुख्य मार्गो पर वाहन बढ़ने के कारण सरकुलर रोड पर जाम के हालात बन गए।
सर्राफा व बर्तन बाजार मंे रही ज्यादा चमक
धनतेरस पर शहर के ज्वेलरी शोरूमों में भी काफी भीड़ रही। लोगों ने अपने सामर्थ्य के अनुसार आभूषणों की जमकर खरीदारी की। सोना व चांदी के भाव आसमान पर पहुंचने के कारण इस बार ज्यादातर लोगों ने हल्का चांदी का सिक्का खरीदा। इस बार सोना 1.30 लाख प्रति 10 ग्राम व चांदी 1.75 रुपये प्रति किलो होने के कारण मिडिल क्लॉस फैमिली की पहुंच से दूर रहे। सर्राफा की दुकानों पर महिलाओं की ज्यादा भीड़ रही। लोगों ने अपने सामर्थ्य अनुसार दीपावली पर पूजन के लिए चांदी के लक्ष्मी-गणेश, चांदी की थाली, चांदी का लोटा, चांदी के सिक्के व सोने की गिन्नी व चांदी के नोट की खरीदारी की। शहर के मुख्य बाजार मोती चौक, गोकल बााजार व रेलवे रोड पर स्थित बर्तन भंडारों पर सबसे ज्यादा भीड़ रही। जिले में बर्तनों का करोड़ों रुपये का कारोबार हुआ। लोगों ने स्टील, पीतल व तांबे के बर्तनों की ज्यादा खरीददारी की।
कांसा व एल्यूमिनियम के बर्तन भी खरीदे गए।
आॅटोमोबाइल शोरूमों पर लगी रही भीड़
धनतेरस पर आॅटोमोबाइल शोरूमों पर दोपहिया और चौपहिया वाहनों की काफी बिक्री हुई। लोगों ने व्हीकल खरीदने के लिए शोरूमों पर पहले से ही एडवांस बुकिंग भी कराई गई थी। लोगों ने अपने पंसद के कलर के वाहन पहले ही बुक कर दिए थे। लोगों ने मोटरसाइकिल, स्कूटी व कार की परचेज की। धनतेरस पर इलेक्िट्रक स्कूटी की काफी डिमांड रही। सरकार की ओर से जीएसटी में राहत देने के बाद गत वर्ष की अपेक्षा इस बार आॅटोमोबाइल का बाजार काफी गर्म रहा। 30 से 40 बिकने वाले शोरूम पर 100 से 150 तक गाडि़यां सेल की गई।