Urban Farming
- बहुत कम निवेश में अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं युवा
- लीक से हटकर इस क्षेत्र में करियर बनाने का बेहतर मौका
- शहरी क्षेत्र में फसलों, सब्जियों, जड़ी-बूटियों की खेती है अर्बन फार्मिंग
रिपोर्ट
डॉ. मोहित बंसल
करियर कोच
Urban Farming : घटती कृषि भूमि और पारम्परिक खेती में नुकसान के कारण किसानों को जहां आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं, फसलों का उत्पादन भी कम हो रहा है। किसान लगातार कृषि व्यवसाय से विमुख होता जा रहा है। ऐसे में युवाओं के लिए अर्बन फार्मिंग (शहरी कृषि) एक नए और कम प्रतिस्पर्धा वाले करियर विकल्प के रूप में उभरकर सामने आ रहा है। सामान्य करियर से अलग आज एक अर्बन फार्मर बहुत कम समय और बहुत कम निवेश में अच्छी आय के साथ अपने करियर को चमका सकता है। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे की अर्बन फार्मिंग क्या है, इसे कैसे किया जा सकता है और यह युवाओं के करियर को कैसे उड़ान दे सकती है यानी इसके जरिये कम खर्च में कितना मुनाफा कमाया जा सकता है।
क्या है अर्बन फार्मिंग
एक अर्बन फार्मर वह व्यक्ति होता है जो शहरी या उपनगरीय वातावरण में फसलों, सब्जियों, जड़ी-बूटियों की खेती करता है और पशुओं को पालता है। पारंपरिक खेती के विपरीत, जो अक्सर विशाल खेतों वाले ग्रामीण क्षेत्रों में होती है, अर्बन फार्मिंग छोटे, अधिक सीमित स्थानों जैसे छतों, बालकनियों, खाली स्थानों या सामुदायिक उद्यानों में हो सकती है। अर्बन फार्मर सीमित स्थान और संसाधनों में अपनी उपज को अधिकतम करने के लिए ऊर्ध्वाधर खेती, हाइड्रोपोनिक्स या एक्वापोनिक्स जैसी नवीन तकनीक अपनाकर खेती करता है। अर्बन फार्मर स्थानीय खाद्य उत्पादन को बढ़ावा देने, शहरों में खाद्य सुरक्षा बढ़ाने, सामुदायिक जुड़ाव और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाते हैं।
अर्बन फार्मिंग के फायदे
भूमि का अकाल : शहरों में भूमि की कमी होती है, इसलिए अर्बन फार्मिंग छतों, बालकनियों, और अन्य छोटे खुले स्थानों में की जा सकती है, जिससे खेती के लिए अधिक स्थान मिलता है।
स्वास्थ्यप्रद खाद्य : शहरी क्षेत्रों में उत्पादित फल, सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए अधिक अच्छे माने जाते हैं, क्योंकि वे अक्सर स्थानिक और निर्मल वातावरण में पैदा होते हैं।
पर्यावरण सुरक्षा : अर्बन फार्मिंग सुस्त और पर्यावरणीय रूप से बेहतर समझी जाती है। इससे शहरों में पर्यावरण को भी लाभ होता है।
तकनीकी : इसमें वर्टिकल, हाइड्रोपोनिक्स, और एक्वापोनिक्स तकनीक को प्रयोग होता है।
सिमित संसाधन : यह खेती सीमित स्थान और संसाधनों के साथ संभव होने के कारण, इसमें संसाधनों का समुचित प्रबंधन और उपयोग को बढ़ावा दिया जाता है।
शिक्षा और प्रशिक्षण
इसे प्रोफेशनली अपनाने के लिए आपको 12वीं कक्षा विज्ञान विषय के साथ पास करनी होगी। इसके बाद स्नातक कृषि के कोर्सेज जैसे बीएससी एग्रीकल्चर, हॉर्टिकल्चर, फॉरेस्ट्री, या एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग से करनी होगी। पढ़ाई के साथ-साथ वर्टिकल फार्मिंग, हाइड्रोपोनिक्स, एक्वापोनिक्स जैसी विभिन्न तकनीकों को अच्छे समझें और हुनरमंद बनें। इस व्यवसाय में आपको सीमित संसाधनों (पानी, ऊर्जा, और कीमती स्थान) के उपयोग की क्षमता और स्थानिक भूमि, जल और मौसम की जानकारी लेनी होगी।
यहां से मिलेगा प्रशिक्षण
अर्बन फार्मिंग की शिक्षा के लिए कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (एमएएनएजीई), केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (सीआईएई), केंद्रीय बागवानी संस्थान (सीआईएच), केंद्रीय पश्चात्र अनुसंधान और प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईपीएचईटी), और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआआई) जैसे कुछ विख्यात सरकारी संस्थान हैं जो अर्बन फार्मिंग और कृषि से संबंधित पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। विभिन्न सरकारी संस्थानों की शुल्क संरचना अलग-अलग है। यह विभागों और पाठ्यक्रमों के आधार पर भी भिन्न हो सकती है। अधिक जानकारी के लिए संबंधित संस्स्थानों की आधिकारिक वेबसाइट को विजिट करें या सीधे संपर्क करें। आम तौर पर ऐसे कोर्सेज तीन से चार साल में होते हैं। कई ऑनलाइन प्लेटफार्म्स भी है जो अर्बन फार्मिंग से संबंधित पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। ये कोर्स ऑनलाइन वीडियो, पीपीटी, और अन्य साधनों का उपयोग करके आपको अर्बन फार्मिंग की विभिन्न तकनीकों की शिक्षा देते हैं।
कौशल और अनुभव
अर्बन फार्मिंग के क्षेत्र में काम करने के लिए कौशल और अनुभव होना जरूरी है। जो विभिन्न तकनीकों को अनुसरण करने और समस्याओं का समाधान करने में मदद करता है। इसके लिए अपने शहरी क्षेत्र में स्थानिक समुदाय बागवानी या कृषि परियोजनाओं में शामिल हों। इससे आप अर्बन फार्मिंग के अलग-अलग पहलुओं को सीख सकते हैं और अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
शुरुआती खेती
किसी भी छोटे स्थान जैसे छत, बालकनी या समुदाय बागवानी पर खेती की योजना बनाएं। यह योजना कौन सी फसलें उगाने के लिए उपयुक्त होगी, संसाधनों की आवश्यकता क्या होगी आदि के बारे में जानकारी लें। खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न तकनीकों का प्रयोग करें। इसमें जलवायु नियंत्रण, खाद्य सुरक्षा की देखभाल और उपयुक्त प्रबंधन शामिल हो सकते हैं। अर्बन फार्मिंग प्रोजेक्ट के लिए सामुदायिक सहयोग और व्यापारिक योजना बनाएं। इसके माध्यम से, आप एक अर्बन फार्मर बनने के लिए आवश्यक योग्यता, ज्ञान और अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
निजी उद्योग में करियर
निजी उद्योग में अर्बन फार्मिंग में करियर के अनेक और विविध अवसर हैं जो आपको निजी उद्योग में मिल सकते हैं। यहां कुछ मुख्य करियर विकल्प हैं जो अर्बन फार्मिंग के क्षेत्र में आपका करियर बना सकते हैं।
उत्पादों का वितरण और विपणन: आप अर्बन फार्मिंग के उत्पादों के वितरण और विपणन में करियर बना सकते हैं, जिसमें उत्पादों को बाजार में ला कर उनका विपणन करना शामिल होता है।
प्रौद्योगिकी विकास : अर्बन फार्मिंग प्रौद्योगिकी के विकास और अनुसंधान में करियर के अवसर हो सकते हैं, जिसमें नई तकनीकों का अनुसंधान और उनका विकास शामिल होता है।
उत्पादकता बढ़ाना : शहरी क्षेत्रों में उत्पादकता बढ़ाने और उत्पादन संभालने में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि वर्टिकल फार्मिंग, हाइड्रोपोनिक्स, और एक्वापोनिक्स की मदद से।
अर्बन फार्मिंग कंसल्टेंसी : अर्बन फार्मिंग कंसल्टेंसी सेवाएं प्रदान करके उत्पादकों व समुदायों को अर्बन फार्मिंग पर सलाह देने में करियर बना सकते हैं।
अर्बन फार्मिंग स्टार्टअप : अर्बन फार्मिंग से संबंधित अपनी खुद की स्टार्टअप कंपनी शुरू कर सकते हैं, जिसमें नए उत्पादकता मॉडल्स, तकनीकी उपकरणों और उत्पादों का विकास और विपणन शामिल है।
(अर्बन फार्मर को नौकरी प्रदान करने वाली निजी कंपनियों में कुछ क्षेत्रिय और विशेषाधिकारी कंपनियां भी शामिल हैं।)
सरकारी क्षेत्र में करियर
कृषि विभाग : राज्य और केंद्र सरकार के कृषि विभाग में अर्बन फार्मिंग से संबंधित पदों पर नौकरियां निकलती हैं। इसमें अर्बन फार्मिंग परियोजनाओं के लिए तकनीकी सलाहकार, विशेषज्ञ, उत्पादन प्रबंधक के पद शामिल हैं।
वन विभाग: शहरी क्षेत्रों में वन विभाग में शहरी वनीकरण और वृक्षारोपण से संबंधित पदों पर नौकरियां मिलती हैं।
स्थानीय निकायों : नगर निगम और नगर पालिकाओं में अर्बन फार्मिंग परियोजनाओं के लिए पदों पर नौकरियां मिल सकती हैं। जैसे अर्बन फार्मिंग कंसल्टेंट, परियोजना प्रबंधक, आदि।
संगठन और संस्थान : विभिन्न सरकारी और असर्कारी संगठन और संस्थान जैसे कि कृषि उत्पाद प्रसंस्करण संस्थान, शहरी विकास निगम में भी नौकरियां हो सकती हैं।
(इन सरकारी संगठनों में अर्बन फार्मिंग से संबंधित विभिन्न पदों के लिए अलग-अलग पात्रता मानदंड और चयन प्रक्रिया होती है। आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी लें।)
वेतन और आय
अर्बन फार्मर की आय या वेतन विभिन्न कारणों पर निर्भर कर सकती है, जैसे कि उनके कृषि प्रयासों का मात्रा, शहरी क्षेत्र की स्थिति, और उपयुक्तता। अर्बन फार्मिंग एक व्यापारिक विचार के रूप में देखी जा सकती है, जिसमें फसलों के उत्पादन और विपणन से आय प्राप्त की जाती है। इसके अलावा, अर्बन फार्मिंग परियोजनाओं के लिए सरकारी समर्थन भी हो सकता है, जिससे आय के स्रोत में सुधार हो सकता है।
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