Yamunanagar Rape
- रिकार्डिंग कोर्ट में पेश, अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज
- सीएमओ ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बताया सीएमओ पद के लिए हो रही राजनीतिक साजिश
- महिला डॉक्टर बोली, गिरफ्तार कर होनी चाहिए पूछताछ, जातिगत टिप्पणी करने का भी आरोप
Yamunanagar Rape। हरियाणा के यमुनानगर में एक महिला डॉक्टर ने सीएमओ पर संबंध बनाने के लिए दवाब बनाने के आरोप लगाए हैं। महिला डॉक्टर ने सीएमओ के साथ हुई बातचीत पैन ड्राइव में ऑडियो रिकार्डिंग कोर्ट में पेश की। जिसके बाद कोर्ट में सीएमओ की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया। सीएमओ ने जहां इसे सीएमओ पद के लिए अपने खिलाफ हो रही राजनीतिक साजिश का हिस्सा बताया है तो महिला डॉक्टर ने सीएमओ को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ करने पर जोर दिया है। मामले की सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा, परंतु इस मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इस मामले में अब दोनों पक्ष अलग अलग दावे कर रहे हैं। एडिशनल सेशन जज रंजना अग्रवाल की कोर्ट ने कहा-रिकॉर्डिंग सुनकर स्पष्ट हो रहा है कि आरोपी ने कार्यस्थल पर एक महिला कर्मचारी के प्रति यौन रूप से अश्लील शब्द कहे और यौन उत्पीड़न किया। यह अत्यंत आपत्तिजनक और अश्लील भाषा है। पुलिस द्वारा इस ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग की फोरेंसिक जांच भी कराई जा सकती है।
चंद मिनट की रिकार्डिंग से फंसे सीएमओ
अभी नहीं तो कभी नहीं, 10 से 15 मिनट में तैयार हो जाओ। घबरा क्यों रही हो और मुझे नजरअंदाज क्यों कर रही हो। मैं तेरे साथ संबंध बनाना चाहता हूं। आगे से किसी काम के लिए मत आना। मुझे तुम्हारे साथ संबंध बनाना है। किसी से भी इस बारे में बात न करना। कॉल रिकॉर्डिंग कोर्ट में पेश की गई, वो 20 सितंबर की है। उस दिन सीएमओ ने लेडी डॉक्टर को वॉट्सऐप कॉल से की।
मां के बहने पर बनाई रिकार्डिंग
महिला डॉक्टर ने कहा कि उसने अपनी मां के कहने पर रिकार्डिंग की। इससे पहले भी सीएमओ जाति को लेकर उन पर टिप्पणी कर चुके हैं। एक बार सीएमओ ने उनकी जाति को लेकर कहा कि तुम लोगों को नौकरी भी बड़ी आसानी से मिल जाती है, इसे बचा कर रखो। पीड़िता ने बताया कि एक दिन सीएमओ ने उसे कॉल कर अश्लील और यौन शोषण संबंधित टिप्पणियां की। यह सारी बात उसने अपनी मां को बताई। मां ने कॉल रिकॉर्ड करने को कहा। 20 सितंबर को दोपहर में उसके पास सीएमओ ने वॉट्सऐप पर कॉल की। कॉल पर सीएमओ ने उसके साथ बहुत ही ज्यादा अश्लील बातें कीं। जो उसने रिकॉर्ड कर लीं।
जानिए किसने क्या कहा
सीएमओ की तरफ से पेश एडवोकेट ने कहा कि डॉ. मनजीत को साजिश के तहत झेठे केस में फंसाया जा रहा है। मामला मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद के लिए हुआ है। जिसके बारे में अखबारों में खबरें भी प्रकाशित हुई है। महला डॉक्टर के वकील ने कहा कि कार्यस्थल पर महिला कर्मचारी को अश्लील शब्द कहे। पुलिस ने जांच के बाद केस दर्ज किया। मामले की तह तक जाने के लिए आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ आवश्यक है।
ऐसे समझे पूरा मामला
यमुनानगर में सीएमओ का पद मार्च से विवादों में रहा है। सरकार ने मार्च में डॉ. मंजीत की करनाल बायो लैब में ट्रांसफर कर डॉ. चौधरी को सीएमओ लगाया। सप्ताह बाद डॉ. चौधरी को करनाल भेज डॉ. मंजीत को यमुनागर का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया। हाईकोर्ट की सिंगल बैच ने डॉ. चौधरी को ट्रांसफर पर स्टे दे दिया, परंतु डॉ. मंनजीत ने कार्यभार नहीं सौंपा। डीसी के हस्तक्षेप से डॉ. पूनम में सीएमओ का कार्यभार संभाला। कोर्ट की डबल बैंच ने स्टे आर्डर खत्म कर दिया। जिसके बाद डॉ. मनजीत ने 30 मई को फिर से सीएमओ का कार्यभार संभाल लिया।