Health News
– 3 फीसदी बच्चे से भी अधिक वजन से पीड़ित
– स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री जाधव ने राज्यसभा में दी जानकारी
– कहा, अस्वास्थ्यकर खानपान, गतिहीन जीवनशैली और पर्यावरणीय कारणों से बढ़ रहा मोटापा
– सरकार ने स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए उठाए कई कदम
– पीएम मोदी भी चीनी, सफेद नमक और तेल की खफत घटाने की कह चुके
Health News : नई दिल्ली। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने मंगलवार को बताया कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2019-21 के अनुसार, देश में 24 प्रतिशत महिलाएं, 23 प्रतिशत पुरुष और तीन प्रतिशत बच्चे अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं। जाधव ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को यह भी बताया कि अस्वास्थ्यकर खानपान, गतिहीन जीवनशैली और पर्यावरणीय कारक मोटापे के बढ़ते मामलों के प्रमुख कारण हैं। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की खपत में वृद्धि, शारीरिक गतिविधियों में कमी और जीवनशैली में बदलाव ने इस संकट को और गंभीर बना दिया है, जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों पर असर पड़ा है।
सरकार कर रही जागरूक
जाधव ने बताया कि सरकार ने स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एएएम) के माध्यम से समुदाय स्तर पर ‘वेलनेस’ गतिविधियां और लक्षित जागरूकता अभियान चलाना, आयुष मंत्रालय द्वारा योग संबंधी गतिविधियों का संचालन, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता कार्यक्रमों के लिए वित्तीय सहायता देना तथा लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य मेलों का आयोजन आदि शामिल हैं।
तेल की खपत कम करें
जाधव ने बताया कि इसके अलावा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीमों द्वारा स्कूलों में स्वास्थ्य जांच और परामर्श के दौरान शिक्षकों और छात्रों को चीनी और तेल की खपत घटाने के लिए प्रेरित किया जाता है। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने भी लोगों से खाने के तेल का इस्तेमाल कम से कम 10% तक कम करने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया था।