Political News
- अभी तक न तो बरसाती नालों की सफाई हुई, न घग्घर के तटबंध किए मजबूत
- भाजपा पर हमला, जुमलों की सरकार सिर्फ घोषणाएं करने तक सिमित
- भारी बारिश हुई तो पिछले साल की तरह फिर डूब जाएगा प्रदेश
Political News : चंडीगढ़। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने शुक्रवार को प्रदेश में भाजपा की सरकार पर तीखा हमला बोला। सांसद ने कहा, प्रदेश की भाजपा सरकार सिर्फ घोषणाए करने में विश्वास करती है। धरातल पर कोई काम नहीं होता। यही कारण है कि मॉनसून की बारिश शुरू होने के बाद भी अभी तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में न तो बरसाती नालों की सफाई करवाई गई है, न सिरसा-फतेहाबाद में घग्घर नदी के तटबंधों को मजबूत किया गया है। सैलजा ने कहा कि प्रदेश भर में मॉनसून की बारिश हो रही है। पहली बारिश में ही अधिकांश जिलों में सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। दो दिन पहले हुई बारिश से फतेहाबाद, भूना, रतिया, हिसार, रोहतक, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद, सोनीपत जिलों में सड़को पर जलभराव हो गया। सड़को को देखकर ऐसा लगता है जैसे सड़क नहीं कोई दरिया हो। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है, तब से हर साल ऐसे ही हालात बनते हैं, लेकिन सरकार कोई सबक नहीं लेती है।
अमृत योजना भी अधर में लटकी
सरकार ने 2015 में अमृत योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य था बरसाती पानी की निकासी का उचित प्रबंध करना। करोड़ों रुपये योजना के तहत जारी किए गए। कई शहरों में बारिश के पानी की निकासी के लिए ड्रेनेज सिस्टम शुरू हुआ। मगर अफसोस की बात है कि अभी तक भी योजना के तहत कई शहरों में काम अधूरा पड़ा है। सिरसा शहर का उदाहरण सबके सामने है। सिरसा शहर में अमृत योजना के तहत बारिश के पानी की निकासी के लिए बड़ी ड्रेनेज भूमिगत पाइप लाइन डालकर गांव सिकंदरपुर के पास रंगोई नाले में मिलाई जानी थी। यह काम करीब आठ साल पहले आरंभ किया गया था, मगर हैरानी की बात है कि अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है।
घग्घर फिर मचा सकती है तबाही
सैलजा ने कहा सरकार को जलभराव से होने वाली परेशानी व नुकसान से कोई सरोकार नहीं है। बारिश से पहले बरसाती नालों की सफाई करवाई जानी चाहिए, लेकिन अभी तक यह काम भी नहीं हुआ है। सिरसा व फतेहाबाद जिले में घग्घर नदी में अधिक पानी आने से फसलों को नुकसान होता है। इससे बचने के लिए घग्घर पर कई स्थानों पर तटबंध बनाए गए हैं। हर साल उनकी रिपेयर के लिए बजट आता है, लेकिन सरकार ने तटबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में भी कोई काम नहीं किया है। घग्घर ने पिछले साल भारी तबाही मचाई थी। इस बार भी यही हाल होने वाला है, लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं है।
जुमलों की सरकार
बारिश के पानी की निकासी के लिए जो प्रोजेक्ट आरंभ किए गए थे, उन्हें जल्द से जल्द पूरा करवाया जाए। करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी यदि काम अधूरा पड़ा है तो इस मामले की जांच करवाई जानी चाहिए क्योंंकि आशंका है कि इस काम में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है। यदि सरकार ने जनता के जान-माल की हिफाजत नहीं की तो आने वाले समय में इस जुमलेबाज सरकार को प्रदेश की जनता सबक सिखाने में देर नहीं लगाएगी।
https://vartahr.com/political-news-4/