• Wed. Mar 12th, 2025

Rohtak : गांव चिड़ी की बहु सुजाता ने राष्ट्रीय खेलों में तीसरी बार स्वर्ण जीता

सुजाता पाराशरसुजाता पाराशर

Rohtak

  • -38वें राष्ट्रीय खेलों में सुजाता ने नेटबॉल में उपलब्धि हासिल की
  • -गुजरात और गोवा में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में भी भाग लेकर अपने नाम स्वर्ण पदक जीता था

Rohtak : रोहतक। चिड़ी गांव की बहु सुजाता पाराशर ने राष्ट्रीय खेलों में लगातार तीसरी बार स्वर्ण पदक जीता है।  भारतीय ओलिपिक संघ द्वारा उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में सुजाता ने नेटबॉल में ये उपलब्धि हासिल करके गांव को देश में गौरवन्वित कर दिया। ऐसा करने वाली सुजाता जिले की पहली खिलाड़ी बनी हैं। रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में हरियाणा की टीम ने राजस्थान को शिकस्त दी। दुबलधन गांव की बेटी और चिड़ी की बहू सुजाता ने इससे पहले गुजरात और गोवा में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में भी भाग लेकर अपने नाम स्वर्ण पदक जीता था। इस अवसर पर सुजाता ने अपनी जीत का श्रेय अपने परिवार के सहयोग, सीडीएम मनीष कुमार ग्रोवर और नेटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष हरिओम कौशिक को दिया। राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा कुल 21 स्वर्ण, 26 रजत और 28 कांस्य, कुल 75 पदकों के साथ पदक तालिका में चौथे स्थान पर है। 42 स्वर्ण पदकों के साथ सर्विसेज तालिका में पहले स्थान पर काबिज है।

सीडीएलयू सिरसा से कर रही है पीएचडी

सुजाता पाराशर खेलों के साथ साथ शिक्षा में भी उत्कृष्ट छात्रा है। वह फिजिकल एजुकेशन विषय में मास्टर डिग्री के पश्चात इसी विषय में शोध कर रही हैं। सुजाता के गाइड डॉ. अशोक ने बताया कि सुजाता ने तीसरी बार स्वर्ण पदक जीत कर प्रदेश ही नहीं बल्की सीडीएलयू सिरसा का भी मान बढ़ाया है। उन्होंने नवनिर्वाचित कुलपति की ओर से सुजाता को इस उपलब्धि की बधाइयां दी। सुजाता के ससुर ओमकार पारासर अंग्रेजी विषय के रिटायर्ड लेक्चरर हैं। इनके पति संदीप भारतीय खेल प्राधिकरण में खेल सलाहकार रह चुके हैं और फिलहाल हरियाणा खेल विश्वविद्यालय में जनसंपर्क अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। ससुर ने बताया कि सुजाता ने शादी के बाद अपनी फिजिकल एजुकेशन में मास्टर डिग्री, यूजीसी नेट जेआरएफ क्वालीफाई किया और जब उसने खेलों में अपनी रुचि बतायी तो परिवार ने बेटी के जैसे सभी प्रकार की सुविधा और अवसर प्रदान किए जिसको सुजाता ने अपने बेहतरीन परिणाम से साबित किया। उन्होंने सभी से अपनी बहू बेटियों का शिक्षा और खेलों में पूर्ण योगदान करने का निवेदन भी किया।

हरियाणा बेटी और बहु में कोई भेद नहीं

भारतीय ओलिपिक संघ के सदस्य और ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त और राष्ट्रीय खेलों के चीफ दी मिशन मनीष ग्रोवर ने इस उपलब्धि पर सुजाता को फ़ोन कर विशेष रूप से बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा बेटी और बहु में कोई मतभेद नहीं करता। इसी का परिणाम है कि आज सुजाता जैसी बहुओं को प्रदेश में खेलों और शिक्षा में पूरे अवसर मिल रहे है और वह अपने परिवार की उम्मीदों पर खरी उतर रही हैं। सुजाता मंगलवार को घर लौटेंगी।

https://vartahr.com/rohtak-sujata-da…e-national-games/

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *