Patwari
- सीएमओ ने दिखाई सख्ती, ऐसे तत्वों पर कड़ी नजर
- गोपनीय दस्तावेजों को व्हाट्सएप ग्रुपों में भेजने वाले नपेंगे
- दागी पटवारियों पर भी शिकंजा कसा जाएगा
- मामले में पटवारी और कानूनगो संगठनों ने किया मंथन
- गोयल बोले, भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस अपनाएंगे
- तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों पर भी पैनी नजर
Patwari : चंडीगढ़। प्रदेश में 370 ‘भ्रष्ट’ पटवारियों की गोपनीय सूची लीक होने पर मुख्यमंत्री ऑफिस (सीएमओ) ने कड़ा ऐतराज जताया है और सख्ती दिखाते हुए इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सीएमओ से जुड़े सूत्रों के मुताबिक सरकार कार्रवाई से पहले सूची लीक करने वाले पर कार्रवाई करेगी। बता दें कि शुक्रवार को प्रदेश में 370 ‘भ्रष्ट’ पटवारियों की सूची सोशल मीडिया पर लीक हो गई थी। इसके बाद से अफसरशाही में हड़कंप मचा हुआ है। सीएमओ के संज्ञान में यह मामला आने के बाद अब इस तरह के तत्वों पर नजर रखी जाएगी, जो सरकार के गोपनीय दस्तावेजों को इधर-उधर व्हाट्सएप ग्रुपों में भेजते हैं। कागजात को लीक करने वाले तत्वों पर शिकंजा कसने के साथ ही आने वाले समय में दागी पटवारियों पर भी शिकंजा कसे जाने के संकेत प्रदेश सरकार ने दिए हैं।
पटवारी और कानूनगो संगठन कर रहे मंथन
पूरे मामले में फजीहत और मामले को तूल दिए जाने के बाद पटवारी और कानूनगो संगठनों ने पूरे हालात पर मंथन किया है, साथ ही बैठक बुलाकर सभी की राय लेने का फैसला लिया है। प्रदेश अध्यक्ष जयवीर चहल ने मामले में पहले विभागीय जांच की मांग की है, साथ ही जिन पर आरोप लगाए जा रहे हैं, उनका भी पक्ष लिया जाएगा।
यह बोले राजस्व मंत्री गोयल
प्रदेश के राजस्व मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि करप्शन के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। इस बारे में सभी जिलों के उपायुक्तों और मंडलायुक्तों को पहले ही आदेश दे दिए गए थे। केवल पटवारी कानूनगो नहीं, बल्कि तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों पर भी पैनी नजर रखी जाएगी। इसकी भी जांच के आदेश दिए जा सकते हैं।
भ्रष्ट पटवारियों पर लगेगी लगाम
एक दिन पहले ही वित्तायुक्त व राजस्व विभाग एसीएस की ओर से लिखा गया पत्र वायरल हो जानने के बाद में बवाव खड़ा गया था। दरअसल, जिला उपायुक्तों, मंडलायुक्तों को पत्र भेजकर प्रदेश के विभिन्न जिलों में चर्चित भ्रष्ट पटवारियों पर लगाम लगाने के लिए कहा गया है।
पहले यह दिए थे आदेश
इससे पहले भी वित्तायुक्त एवं एसीएस राजस्व आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से 14 जनवरी काे एक पत्र जारी कर राज्य में काम करने वाले पटवारियों के पास में काम करने वाले निजी लोगों को दूर रखने की हिदायत दी गई थी। उक्त लोगों को पटवारियों और काफी संख्या में कानूनगो आदि ने अपनी एक अलग व्यवस्था बनाकर रखा हुआ है।
अति गोपनीय डाक सोशल मीडिया पर वायरल
अति गोपनीय रिपोर्ट और करप्शन पर जीरो टाॅलरेंस की नीति को लेकर लिखा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पत्र में उल्लेख है कि 370 पटवारियों में 170 ने अपने निजी व्यक्ति को रखा हुआ है। अक्सर यह लोग पैमाइश, इंतकाल और तकसीम कराने, रिकार्ड को दुरुस्त करने नक्शा आदि बनवाने के नाम पर भ्रष्टाचार मचाते हैं। आए दिन आपत्ति लगाने और लोगों को तरह तरह से परेशान करते हैं, जिसके कारण लोग मजबूर होकर इनको पैसा देते हैं। खास बात यह है कि इस तरह का पत्र लीक होने के कारण पूरे विभाग की कार्यशैली को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
कई पटवारियों के निजी कार्यालय
सूत्रों का कहना है कि कईं पटवारियों और राजस्व से जुड़े कर्मियों द्वारा अपने निजी कार्यालय भी अवैध तौर पर खोल लिए हैं और अपने निजी सहायकों के जरिये पैसा वसूलते हैं। सूत्र बताते हैं कि राज्य सरकार के खुफिया विभाग की ओर से इस तरह की एक रिपोर्ट तैयार की गई थी, जिसमें सभी जिलों के चर्चित पटवारियों का जाति सहित पूरा ब्योरा दिया गया है। इस क्रम में सभी डीसी और मडंलायुक्तों से दो सप्ताह में जवाब मांगा गया है।
https://vartahr.com/patwari-govt-to-…corrupt-patwaris/