PGI News
- खिलाड़ियों की रीढ़ की हड्डी और कंधे की चोट के बारे में भी किया जागरूक
- डॉ. रोहिल्ला बोले, चोट लगने पर प्रॉपर इलाज और रेस्ट करें खिलाड़ी
- चोट से उबरने के बाद ही मैदान में उतरें, वरना बढ़ सकती है परेशानी
PGI News : रोहतक पीजीआईएमएस के स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग और स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर के तत्वावधान में आयोजित स्पोर्ट्स मेड कॉन 2024 के दूसरे दिन डॉ. ध्रुव चौधरी ने खिलाड़ियों के अचानक गिरने से लगेन वाली चोटों से निपटने के बारे में व्याख्यान दिया।उन्होंने बया कि अचानक गिरने पर खिलाड़ी को क्या क्या सावधानी बरतनी होगी और वह कैसे चोट से पार पा सकते हैं और कैसे दोबारा खेलों में खुद को साबित कर सकते हैं। यह कार्यक्रम रोहतक पीजीआईएमस के सुश्रुत ऑडिटोरियम में इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन के तत्वावधान में लिम्ब रिकंस्ट्रक्शन सोसाइटी के सहयोग से आयोजित किया गया। स्पोर्ट्स मेड कॉन में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से डॉ अमरिंदर, मानव रचना विश्वविद्यालय फरीदाबाद से डॉ जीएल खन्ना ने खिलाड़ियों के पुनर्वास पर व्याख्यान दिया। सफदरजंग अस्पताल दिल्ली से डॉ अंकित गोयल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज दिल्ली से डॉ धनंजय सबत और गुरुग्राम से डॉ मिलिंद ने खिलाड़ियों में घुटने की चोट पर व्याख्यान दिया। डॉ राजेश रोहिल्ला ने सम्मेलन के सुचारू संचालन में अनुमति देने और पूर्ण समर्थन प्रदान करने के लिए कुलपति डॉ अनीता सक्सेना, रजिस्ट्रार डॉ एच के अग्रवाल और पीजीआईएमएस रोहतक के निदेशक डॉ एसएस लोहचब सहित विश्वविद्यालय के अधिकारियों को धन्यवाद दिया।
डॉ. राजेश रोहिल्ला ने वक्ताओं को किया सम्मानित
सम्मेलन के आयोजन अध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्रोफेसर एवं खेल चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. राजेश रोहिल्ला ने सभी वक्ताओं का परिचय कराया तथा उन्हें प्रमाण पत्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया। पीजीआईएमएस रोहतक के पूर्व ऑर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डॉ. एन के मगू उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे। डॉ. मगू ने सदन को बताया कि पीजीआईएमएस रोहतक भारत में प्रसिद्ध मेडिकल कॉलेज है तथा इस कॉलेज के संकाय ने चिकित्सा के अकादमिक साहित्य में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
खिलाड़ियों में रीढ़ की हड्डी व कंधे की चोट पर व्याख्यान दिया
हरियाणा मेडिकल काउंसिल पंचकूला के रजिस्ट्रार डॉ. मंदीप सचदेवा अतिथि थे। पीजीआईएमएस रोहतक के ऑर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डॉ. रूप सिंह तथा सफदरजंग अस्पताल के डॉ. दविंदर सिंह ने खिलाड़ियों की रीढ़ की हड्डी तथा कंधे की चोट पर व्याख्यान दिया। डॉ. मोहित दुआ ने वक्ताओं का संक्षिप्त परिचय देते हुए मंच का संचालन किया। सम्मेलन में 70 से अधिक संकाय सदस्यों ने भाग लिया। सम्मेलन की आयोजन समिति में डॉ. राजेश रोहिल्ला, डॉ. मोहित दुआ, डॉ. सुमित कुमार, डॉ. मंदीप, डॉ. दिव्या, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. सुरभ यादव, डॉ. गोपाल, डॉ. शौर्य, डॉ. सोनू और डॉ. देवबर्थ शामिल थे जिन्होंने कार्यशाला के सुचारू संचालन में मदद की।
सावधानी बरतें खिलाड़ी : डॉ राजेश रोहिल्ला
पीजीआईएमएस के स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग और स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर के प्रमुख वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. राजेश रोहिल्ला ने बताया कि चोट लगने पर खिलाड़ियों को सावधानी बरतनी चाहिए। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। चोट के पूरी तरह से ठीक होने के बाद ही मैदान पर उतरना चाहिए। चोट लगने पर प्रॉपर इलाज और रेस्ट जरूरी है। वरना परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में खिलाड़ियों को चोट के बारे जागरूक रहने की आवश्यकता है। रोहतक पीजीआईएमएस के स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग और स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर में सभी खेल चोटों का इलाज संभव है।
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