Paris Olympic
- पेरिस ओलंपिक: मनु और सरबजोत ने कांस्य जीतकर रचा इतिहास
- अब तक पेरिस में दो पदक जीते दोनों ही हरियाणा के खाते में
- हरियाणा के 25 खिलाड़ी गए हैं पेरिस ओलंपिक में भाग लेने
- दाेनों के गांवों में बांटी मिठाइयां, गूंजा मनु-सरबजोत का नाम
Paris Olympic : झज्जर/अंबाला। झज्जर के गांव गोरिया की बेटी और अंबाला के गांव धीन के बेट सरबजोत ने मंगलवार को पेरिस ओलंपिक के 10 मीटर एयर पिस्टल के मिश्रित इवेंट में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। प्रदेश के दो युवाओं की उपलब्धि पर दोनों गांवों में जमकर जश्न मना हर तरफ मनु और सरबजोत की कामयाबी के किस्से सुने गए। बता दें कि पेरिस में अब तक निशानेबाजी में भारत ने दो कांस्य पदक जीते हैं। खास बात यह है कि दोनों ही पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते हैं। इससे पूरे हरियाण में लोग खुशी मना रहे हैं।
गोरिया में उड़ा गुलाल
पेरिस ओलंपिक में एक बार फिर दम दिखाते हुए गांव गोरिया की बेटी मनु भाकर ने दस मीटर एयर पिस्टल मिश्रित प्रतिस्पर्धा में साथी खिलाड़ी सरबजोत के साथ दूसरा कांस्य पदक जीतकर देश की झोली में डाला है। पूरे गांव और आसपास के क्षेत्र में खुशी का माहौल है। बेटी के मुकाबले को लेकर परिजन और ग्रामीण सुबह से ही उतावले दिखाई दिए और जैसे ही मनु ने पदक जीता, परिजन खुशी से झूम उठे।
खुशी से उछल पड़ी दादी
मनु भाकर की दादी दयाकौर अपने आप को रोक नहीं पाई और खुशी से उछल पड़ी। ग्रामीणों और परिजनों ने खूब गुलाल उड़ाया और मनु के स्कूल के विद्यार्थी मनु-मनु कह कर नाचने लगे। दिनभर गांव में खुशी का माहौल बना रहा और परिजनों ने मिठाइयां बांटी।
परिजन हुए भावुक
मनु के अंकल बलजीत सिंह ने कहा कि हमारी बेटी ने पूरे गांव का नाम रोशन किया है। जिसको लेकर पूरे गांव और देश में खुशी का माहौल है। इतनी खुशी हो रही है कि बोल भी नहीं पा रहा हूं, आंखों से आंसू निकल आए हैं। उन्होंने कहा कि मैं कभी होली पर भी रंग नहीं लगवाता हूं। पहली बार बेटी की जीत की खुशी पर रंग लगवाया है। आंटी निर्मला देवी ने कहा कि हमारी बेटी ने लगातार दो पदक जीते हैं, उम्मीद है कि तीसरा पदक भी जीतेगी।
धीन में सरबजोत के नारे
अंबाला के गांव धीन के रहने वाले सरबजोत सिंह की इस कामयाबी पर लोगों ने खूब जश्न मनाया। गांव के साथ सरबजोत सिंह की अकादमी में भी युवाओं ने मिठाई बांटकर जमकर जश्न मनाया। शूटर सरबजोत सिंह पिछले काफी समय से अंबाला छावनी के फिनिक्स क्लब स्थित शूटिंग रेंज में प्रेक्टिस कर रहे हैं। यहां चल रही अकादमी में युवा शूटरों ने सरबजोत की जीत पर जमकर जश्न मनाया। लड्डू बांटकर एक दूसरे को बधाई दी। सरबजोत के कोच गौरव सैनी ने बताया कि जब से सरबजोत अंबाला में शूटिंग की तैयारी के लिए आया है तभी से इसकी लगन देखकर लग रहा था कि वह देश का नाम रोशन करेगा।
न मां ने मैच देखा और न ही पिता ने
मंगलवार को जब बेटे सरबजोत सिंह का मैच था तो पिता के साथ मां न भी उसे लाइव नहीं देखा। दोनों के दिल की धड़कन तेजी से चल रही थी। पिता जतिंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने सरबजोत का मैच नहीं देखा। पिता ने बताया कि सरबजोत ने मैच के बाद अपनी मां को फोन किया था, लेकिन उसने बेटे को कहा कि बाद में फोन करना, वह अभी व्यस्त हैं। अंबाला आने पर सरबजोत का भव्य स्वागत किया जाएगा। सबसे पहले पंजोंखरा साहिब में माथा टेक कर ही गांव में उसे लाया जाएगा। मां हरदीप कौर ने बताया कि पूरे गांव में बेटे की जीत का जश्न मनाया जा रहा है।
मां के हाथ का बना खीर चूरमा है पसंद
मनु भाकर फिलहाल फरीदाबाद में अपने परिवार के साथ रहती हैं। मनु को अपनी मां के हाथ का बना चूरमा पसंद है। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के कांस्य पदक जीतने पर मनु भाकर की मां सुमेधा भाकर ने कहा कि बहुत ज्यादा खुश हूं। मैं दोनों बच्चों (मनु भाकर और सरबजोत सिंह) के लिए खुश हूं। भगवान ने आज सब कुछ सफल कर दिया।
हरियाणा का पदकों में बड़ा योगदान : नायब
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ियों ने एक बार फिर इतिहास रचा है। मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है और वे दोनों हरियाणा से हैं। मुझे खुशी है कि हरियाणा ने पदकों में योगदान दिया है। पूरे देश को हरियाणा के खिलाड़ियों पर गर्व है।
https://vartahr.com/paris-olympic-5/