Election :
- -पार्टी में आंतरिक कलह आई सामने, कार्यकर्ताओं का हंगामा
- 5 घंटे में भाजपा की 3 लिस्ट, सुबह 10 बजे 44 नाम जारी किए
- 2 घंटे बाद 15 रह गए, शाम को सूची में 16 नामों पर मुहर लगी
- कार्यकर्ताओं के आरोप मेहनती लोगों की जगह पैराशूट उम्मीदवार उतारे
Election : जम्मू। भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए सोमवार को 16 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी। पहले चरण में दक्षिण कश्मीर के 16 विधानसभा क्षेत्रों और जम्मू क्षेत्र के आठ विधानसभा क्षेत्रों में 18 सितंबर को मतदान होगा। 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को 5 घंटे में प्रत्याशियों की 3 सूची जारी की। पहली सूची सुबह 10 बजे आई। इसमें 3 चरण के 44 प्रत्याशियों के नाम थे, लेकिन इसे थोड़ी ही देर में डिलीट कर दिया गया। पहली लिस्ट के आते ही भाजपा दफ्तर में कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन शुरू हो गया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि पार्टी ने पैराशूट प्रत्याशी उतार दिए हैं। इसके बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा-परेशान ना हों, सभी से पर्सनली बात करूंगा। पहली लिस्ट जारी होने के 2 घंटे बाद 12 बजे एक और लिस्ट आई, इसमें सिर्फ फर्स्ट फेज के 15 कैंडिडेट्स के नाम थे, जबकि इसके कुछ ही देर बाद शाम को जारी सूची में सिर्फ एक उम्मीदवार के नाम की घोषणा की गई।
पार्टी कार्यालय पर प्रदर्शन
जम्मू स्थित पार्टी कार्यालय में मूल सूची में जारी कुछ नामों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने प्रदर्शन और नारेबाजी भी की। जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रवींदर रैना ने जहां शुरुआती सूची पर नाराजगी को तवज्जो नहीं दी, वहीं विरोध प्रदर्शन करने वाले कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि मेहनती कार्यकर्ताओं की जगह ‘पैराशूट उम्मीदवारों’ को चुना गया। पहले चरण के लिए 16 उम्मीदवारों की सूची में तीन पूर्व विधायक और एक महिला उम्मीदवार शगुन परिहार शामिल हैं। शगुन के पिता अजीत परिहार और चाचा अनिल परिहार की नवंबर 2018 में किश्तवाड़ जिले में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद पहला चुनाव
यह विधानसभा चुनाव, अगस्त 2019 में संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के लिए सरकार चुनने का मंच तैयार करेगा। जम्मू-कश्मीर में 2014 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 25 सीट जीती थीं। तब यह पूर्ण राज्य था। पार्टी कांग्रेस को यहां कांग्रेस से चुनौती मिल रही है। कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है, खासकर जम्मू क्षेत्र में। यह क्षेत्र 2014 से भाजपा का गढ़ रहा है।